हॉकी विश्व कप 2018 के मुक़ाबलों की शुरूआत बुधवार से ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में होगी, जहां भारतीय टीम मेज़बान होने के नाते 1975 के इतिहास को दोहराने के इरादे से मैदान पर उतरेगी। भारतीय टीम ग्रुप सी में है और टीम अपना पहला मुक़ाबला प्रतियोगिता के पहले दिन द.अफ्रीका के ख़िलाफ़ खेलेगी।
14वें हॉकी विश्व कप की दस्तक के साथ ही भुवनेश्वर पर इस खेल का बुख़ार अपने चरम पर है।कलिंगा स्टेडियम विश्व कप की मेज़बानी के लिए तैयार और इसके साथ ही विश्व कप में भाग लेने वाली 16 टीमें अपना दमख़म दिखाने के लिए बेताब नज़र आ रही है।इन 16 टीमों को 4-4 की संख्या में 4 ग्रुप में बांटा गया है,जहां ग्रुप दौर में शीर्ष पर रहने वाली टीमें सीधे क्वार्टर फाइनल मे पहुंचेगी वहीं दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीमें प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करेंगी।वहीं निचले पायदान पर रहने वाली टीम को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता देखना पड़ेगा।पूल ए की बात करें तो यहां अर्जेन्टीना,स्पेन,न्यूज़ीलैंड और फ्रांस की टीमें है।इस ग्रुप में ओलिंपिक चैम्पियन अर्जेन्टीना की टीम फेवरेट के तौर पर सामने है जबकि फ्रांस की टीम चौंकाने में माहिर है।जबकि स्पेन और न्यूज़ीलैंड अगले दौर में पहुंचने का दम रखती है।
पूल बी में तीन बार की मौजूदा विश्व चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया के अलावा इंग्लैंड आयरलैंड और चीन की टीम है।बगैर किसी शक के यहां ऑस्ट्रेलिया के टॉप पर रहने के पूरे आसार है जबकि इंग्लैंड को कम आंकना भारी भूल साबित हो सकती है।इंग्लैंड या आयरलैंड में से कोई दूसरे या तीसरे स्थान पर रह सकता है जबकि चीन की ओर इस दिशा में दम दिखाया जा सकता है।
पूल सी में मेज़बान भारत के साथ बेल्जियम,कनाडा और दक्षिण अफ्रीका की टीम है और यहां पहले पोज़ीशन के लिए मुख्य टक्कर भारत और बेल्जियम के बीच ही रहेगी।जबकि कनाडा प्लेऑफ की सबसे बड़ी उम्मीद के रूप में सामने होगी,दक्षिण अफ्रीका को आगे बढ़ने के लिए निश्चित रूप से उलटफेर की ज़रूरत होगी।
ग्रुप डी में नीदरलैंड्स जर्मनी,मलेशिया और पाकिस्तान है।जहां पाकिस्तान 4 बार,नीदरलैंड्स 3 बार जर्मनी 2 बार विश्व विजेता के तौर पर सामने है।वैसे इन टीमों के अलावा मलेशिया की टीम को कम आंकना भारी गलती होगी क्योकि ये एक ऐसी टीम है जो अपने दिन पर किसी भी टीम को हराने का माद्दा रखती है।
