ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़्नेस यानी कारोबारी सुगमता की विश्व रैंकिंग में भारत के ज़बरदस्त प्रदर्शन को देखते हुए विश्व बैंक के प्रमुख ने पीएम मोदी की जमकर सराहना की है। एक अंग्रेजी अखबार में एक लेख में विश्व बैंक प्रमुख ने विस्तार से अपने विचार रखे हैं। भारत ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़्नेस रैंकिंग में दुनिया में 77वें स्थान पर पहुंच गया है।
बीते चार सालों में आर्थिक सुधारों की गति तेज करने और तमाम सुधारों को लागू करने का अहम नतीजा यह हुआ है कि कारोबारी सुगमता के लिहाज से भारत इस अवधि में 65 पायदान की छलांग लगाते हुए, दुनिया में 77वें स्थान पर पहुंच गया है। निश्चित रूप से सरकार के लिए ये बड़ी उपलब्धि है। दुनिया भी देश की इस उपलब्धि को भी सलाम कर रही है। ये सब संभव हुआ है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों और उनके प्रयासों से। विश्व बैंक के प्रमुख ने भी पीएम मोदी की जमकर सराहना की है।
विश्व बैंक के प्रमुख जिम यॉन्ग किम ने एक आलेख में लिखा- नरेंद्र मोदी सरीखे नेता दुनिया में बहुत कम ही हैं जिन्होंने कारोबार संबंधी नियामक सुधारों को गंभीरता से लिया है। मैं पहली बार उनसे अक्टूबर 2014 में मिला था, जिससे कुछ ही दिनों पहले उस साल की डीबी रिपोर्ट आई थी। 189 देशों में भारत 142वें पायदान पर था। भारत में तब कारोबार शुरू करना व उसे चलाना बेहद कठिन था। मसलन एक उद्यमी को बिजली के लिए सात आधिकारिक प्रक्रियाओं से गुजरना होता था, जिसमें कि तकरीबन 100 दिन लगते थे और देश की प्रति व्यक्ति से करीब पांच गुना खर्च आता था।
एक अंग्रेजी अखबार में ” पीएम मोदी ने कारोबार संबंधी नियामक सुधारों को गंभीरता से लिया है ”नामक शीर्षक वाले लेख में विश्व बैंक प्रमुख ने कहा-
“मोदी भारत की रैंक से निराश थे। उन्होंने शीर्ष 50 देशों में आने को लेकर अपना दृष्टिकोण साझा किया और वर्ल्ड बैंक समूह से इस सपने को साकार करने के लिए जानकारी व सलाह की मांग की थी। भारत ने उसके बाद कारोबारी नियमों में खासा सुधार किया है । उदाहरण के तौर पर इस साल की डीबी रिपोर्ट देखें तो 2014 की तुलना में एक उद्दमी को बिजली का कनेक्शन पाने में आधी प्रक्रिया का पालन करना पडता और इस काम में आधा समय ही लगता है । इन्हीं सुधारों ने भारत की रैंक उस श्रेणी में 11( 2014 में ) से उठाकर 24 कर दी।
गौरतलब है कि 15 साल पहले वर्ल्ड बैंक ने पहली डूइंग बिजनेस (डीबी) इंडेक्स रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें हर देश को एक रैंक दी गई थी। यह रैंक देशों में कारोबार शुरू करने और उसे चलाने संबंधी नियमों के आधार पर तय की गई थी। रिपोर्ट में कारोबार के नियमों से जुड़े 11 बिंदु थे, जिनमें कंस्ट्रक्शन परमिट, संपत्ति की रजिस्ट्री, कर का भुगतान और कुछ अन्य चीजें शामिल थीं। 31 अक्टूबर को जारी ताजा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस इंडेक्स में भारत का रैंक 77 था जिसमें कि 23 अंकों का उछाल आया था । पिछले भारत की रैंकिंग 100 थी। दो दिन पहले ही उद्योग जगत के साथ कारोबार सुगमता पर चर्चा के लिये बुलाई गई बैठक में ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़्नेस ग्रांड चैलेंज लॉंच करते हुए पीएम मोदी ने देश को कारोबार सुगमता रैंकिंग में शीर्ष 50 देशों में पहुंचाने का लक्ष्य रखा।
देश का उद्योग जगत भी मोदी सरकार के कारोबारी माहौल बेहतर बनाने के प्रयासों का कायल है। कारोबारियों का कहना है कि यह पीएम मोदी के लगातार और अथक प्रयासों से संभव हुआ है।
गौरतलब है कि इस रैंकिंग में सुधार करने से देश में न केवल अधिक निवेश आकर्षित होगा बल्कि वृद्धि और समृद्धि भी आयेगी।