प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मालदीव के राष्ट्रपति सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगे। मालदीव में हाल ही में हुए चुनाव के बाद सोलिह की पार्टी ने चुनाव में जीत हासिल की थी। इसके बाद सोलेह ने पीएम मोदी को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति में शुरु से ही पड़ोसी प्रथम की नीति के तहत अपने पड़ोसियों से संबंधों को मजबूत करने को प्राथमिकता दी जाती रही है । ”’पड़ोस प्रथम’ की अपनी इसी नीति को ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को एक दिन के दौरे पर मालदीव जाएंगे । मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति सोलिह के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिये प्रधानमंत्री मालदीव राजधानी माले की यात्रा करेंगे। बतौर प्रधानमंत्री पीएम मोदी की यह पहली मालदीव यात्रा होगी। मालदीव में हाल ही में हुए चुनाव के बाद सोलिह की पार्टी ने चुनाव में जीत हासिल की थी । इसके बाद सोलेह ने पीएम मोदी को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का न्यौता दिया था जिसे पीएम ने सहर्ष स्वीकार किया । माले में शपथ ग्रहण की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं
विदेश मंत्रालय के मुताबिक सर्वप्रथम पड़ोसी देश की अपनी नीति को ध्यान में रखते हुए भारत मालदीव के साथ अपनी साझेदारी को और मजबूत करना चाहता है और क्षेत्र में मालदीव के साथ निकटता के साथ कार्य करना चाहता है।
मालदीव में राष्ट्रपति चुनाव 23 सितंबर को हुए जिसमें संयुक्त विपक्ष के उम्मीदवार नेता सोलिह ने तत्कालीन राष्ट्रपति यमीन को शिकस्त दी। मालदीव भारत की समुद्री सुरक्षा की दृष्टि से एक अहम देश है और अब नयी सरकार के साथ भारत के संबंध मजबूत होने की उम्मीद है ।
मालदीव की इस यात्रा के साथ ही प्रधानमंत्री सभी दक्षिण एशियाई देशों की यात्रा पूरी कर लेंगे। प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा काफी महत्वपूर्ण रहने वाली है। यह मालदीव की निर्वाचित सरकार को भारत के समर्थन का प्रतीक है।
