पंजाब

री-मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम के लिए दिव्यांग विद्यार्थियों से आवेदन मांगने की आखिरी तारीख़ 15 अक्तूबर तक बढ़ाई

पंजाब सरकार दिव्यांग विद्यार्थियों के कल्याण के लिए वचनबद्ध- अरुणा चौधरी

चंडीगढ़ – सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप के अंतर्गत दिव्यांग विद्यार्थियों से माँगे गए आवेदनों की अन्तिम तारीख़ बढ़ाकर 15 अक्तूबर, 2018 कर दी है। विभाग द्वारा प्री और पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप देने के लिए दिव्यांग विद्यार्थियों से आवेदनों की माँग की गई है। यह आवेदन केंद्रीय सामाजिक न्याय और सशक्तिकरण मंत्रालय के विभाग की हिदायतों के अनुसार माँगी गई हैं। यह जानकारी सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अरुणा चौधरी ने आज यहां जारी प्रैस बयान में दी।

श्रीमती चौधरी ने बताया कि पंजाब सरकार विशेष ज़रूरतों वाले विद्यार्थियों से संबंधित हर किस्म की गतिविधियों को बहुत संजीदगी और प्राथमिकता के साथ अमल में ला रही है और ऐसे विद्यार्थियों के कल्याण को यकीनी बनाने के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने बताया प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम 9वीं और 10वीं कक्षा के उन दिव्यांग विद्यार्थियों पर लागू होती है जिनकी सालाना पारिवारिक आय 2.50 लाख से अधिक न हो और इस स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करने कीे पहले अंतिम तारीख़ 30 सितम्बर थी जो अब बढ़ा कर 15 अक्तूबर 2018 कर दी है।

उन्होंने आगे बताया कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम का फ़ायदा 11वीं कक्षा से लेकर मास्टर डिग्री /डिप्लोमा करने वाले वह विद्यार्थी ले सकेंगे जिनकी सालाना पारिवारिक आय 2.50 लाख से अधिक नहीं है। इसलिए आवेदन देने की अंतिम तारीख़ 31 अक्तूबर 2018 है। श्रीमती चौधरी ने इस संबंधी और जानकारी देते हुए बताया कि ऐसे विशेष ज़रूरतों वाले विद्यार्थियों के लिए आगामी कल्याण स्कीम, सर्वोत्तम श्रेणी विद्या है और इस स्कीम का लाभ वह विद्यार्थी ले सकते हैं जिनकी सालाना पारिवारिक आय 6 लाख रुपए से अधिक नहीं है। इसलिए आवेदन देने की अंतिम तारीख़ भी 31 अक्तूबर, 2018 है। यह स्कीम इनस्टीट्यूशन ऑफ एक्सीलेंस में ग्रैजुएट /पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री /डिप्लोमा पाठ्यक्रम करने वाले विद्यार्थियों पर लागू होगी। उक्त तीनों ही किस्म की स्कीमों का फ़ायदा नेशनल स्कालरशिप पोर्टल www.scholarships.gov.in   के द्वारा लिया जा सकता है। इन तीनों स्कीमों संबंधी आवेदन सिफऱ् ऑनलाइन ही अप्लाई किये जा सकेंगे।

श्रीमती चौधरी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि विदेशी यूनिवर्सिटियों में मास्टर डिग्री या डॉक्टरेट कर रहे विशेष ज़रूरतों वाले व्यक्तियों के लिए नेशनल फैलोशिप लेने के लिए सालाना पारिवारिक आय 6लाख है और इस संबंधी आवेदन पूरा साल दिये जा सकते हैं। इस स्कीम के अंतर्गत अप्लाई करने के लिए परफोर्मा पोर्टल www.disabilityaffairs.gov.in  पर उपलब्ध है। इस परफोर्मे में दिये गये आवेदन को अंडर सैक्ट्री (स्कॉलरशिप), दिव्यांग व्यक्तियों के सशक्तिकरण संबंधी विभाग, कमरा नं.516, पाँचवी मंजिल, पंडित दीन दयाल अंन्तोदया भवन, सी.जी.ओ कम्पलैक्स, लोधी रोड, नयी दिल्ली-110003 में भेजे जा सकते हैं। भारतीय यूनिवर्सिटियों में एम.फिल / पी.एच.डी कर रहे ऐसे विद्यार्थियों के लिए सालाना पारिवारिक आय की कोई शर्त नहीं है और ऐसे विद्यार्थी अपने आवेदन (जब भी माँगे जाएँ) यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन(यू.जी.सी) में जमा करवा सकते हैं। सरकारी या ग़ैर-सरकारी क्षेत्रों में नौकरी लेने के लिए मुकाबला परीक्षाओं की तैयारी के लिए और तकनीकी / पेशा प्रमुख पाठ्यक्रमों में दाखि़ला लेने के इछुक्क विद्यार्थी को मुफ़्त प्रशिक्षण लेने के लिए उच्चतम सालाना आय सीमा 6लाख रुपए है। प्रशिक्षण की फीस विभाग द्वारा चुनकर सूचीबद्ध किये अदारों को जमा करवानी होगी। इस संबंधी और जानकारी के लिए विद्यार्थी विभाग की वैबसाईट पर जाकर दिए गए अदारों के साथ संपर्क कर सकते हैं।

मंत्री ने बताया कि यह सभी स्कॉलरशिप 40 फीसदी दिव्यांग वाले उन विद्यार्थियों के लिए लाभप्रद साबित होंगी जिनके पास प्रमाणित मैडीकल अथॉरटी द्वारा जारी किया विकलांगता सर्टिफिकेट होगा। इस संबंधी और ज्यादा जानकारी www.disabilityaffairs.gov.in से प्राप्त की जा सकती है।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.

ten − 4 =

Most Popular

To Top