थायराइड ग्रंथि थाइराक्सिन नामक हार्मोन बनाती है। थायरायड को कुछ लोग साइलेंट किलर मानते हैं क्योंकि इसके लक्षण बहुत देर में पता चलते हैं। जब किसी को थायराइड की समस्या होती है तो इलाज के लिए हम डॉक्टरों के पास जाकर हजारों रुपए इलाज के लिए खर्च कर देते हैं लेकिन आयुर्वेद में इसका इलाज कुछ घरेलू चीजों से किया जाता है। आप भी इन चाजों को अपनाकर इस समस्या से काफी राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन -कौन सी घरेलू चीजें इस का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन आयुर्वेद में इसका इलाज कुछ घरेलू चीजों से किया जाता है। आप भी इन चाजों को अपनाकर इस समस्या से काफी राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि कौन -कौन सी घरेलू चीजें इस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
1.अदरक
अदरक हर घर में आसानी से मिल जाता है इसमें पोटेशियम, मैग्नीश्यिम आदि थायराइड आदि गुण पाए जाते है जो इस समस्या से निजात दिलाते हैं। अदरक में एंटी-इंफलेमेटरी गुण थायराइड को बढ़ने से रोकता है और उसकी कार्यप्रणाली में सुधार लाता है।
2.दही और दूध
इस बीमारी वाले मरीजों को दही और दूध का इस्तेमाल अधिक से अधिक करना चाहिए। दूध और दही में मौजूद कैल्शियम, मिनरल्स और विटामिन्स थायराइड के मरीजों के स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
3.मुलेठी
थायराइड के मरीजों को थकान बड़ी जल्दी लगने लगती है और वे जल्दी ही थक जाते हैं। इसलिए थाइराइड के मरीजों को मुलेठी का सेवन करना बहुत लाभदायक होता है। मुलेठीं में पाए जाने वाले गुण थायराइड ग्रंथी को संतुलित करते हैं। शरीर का एनर्जी लेबल बढाते है। मुलेठी थायराइड में कैंसर को बढ़ने से भी रोकता है।
4.गेहूं और ज्वार
गेहूं और ज्वार आयुर्वेद में थायराइड की समस्या को दूर करने का बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय है। यह हर घर में होता है और इसका उपयोग भी सरल है इसके अलावा यह साइनस, उच्च रक्तचाप और खून की कमी जैसी बामारियों को भी कंट्रोल करता है।
5.अनाज
जौ, गेंहू और साबुत अनाज का इस्तेमाल भोजन के जरिए करते हैं लेकिन साबुत अनाज से बने साधारण पदार्थों का सेवन करने से थायराइड की समस्या नहीं होती है क्योंकि साबुत अनाज में फाइबर, प्रोटीन और विटामिन्स आदि भरपूर होते हैं जो थायराइड को बढ़ने से रोकता है।