नौकायन के खेल में कांस्य पदक जीतने वाली हर्षिता तोमर का सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा ने सम्मान किया है। हर्षिता की मां रानी तोमर सीबीआई के भोपाल ऑफिस में कॉन्स्टेबल है। हर्षिता देश की सबसे छोटी महिला नाविक भी हैं। मात्र 16 साल की उम्र में उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है। 16 साल की हर्षिता तोमर ने एशियाई खेलों में ओपन लेजर सेलिंग 4.7 प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीत कर देश को नाम रोशन किया है। हर्षिता की मां रानी तोमर भोपाल में सीबीआई के एंटी करप्शन ब्यूरो में कॉन्स्टेबल हैं। हर्षिता तोमर की उपलब्धि पर सीबीआई के निदेशक से लेकर कॉन्स्टेबल तक खुश हैं. मानो उन्हीं की बेटी ने जकार्ता में परचम लहराया हो। हर्षिता ओपन लेजर सेलिंग श्रेणी में 12वीं रेस के बाद कुल 62 अंक हासिल करके तीसरे स्थान पर रहीं। वे सेलिंग में व्यक्तिगत पदक जीतने वाली मध्यप्रदेश की पहली और देश की सबसे छोटी महिला सेलर हैं. हर्षिता अभी 16 साल की हैं और दसवीं में पढ़ती हैं। हर्षिता ने मात्र तीन साल की उम्र में नर्मदा में पहली छलांग लगाई थी। वहीं से वाटर स्पोर्ट्स में उनके कॅरियर की शुरुआत हुई. जूनियर लेवल पर तीन-चार साल ही में दर्जनों पदक हर्षिता ने अपने नाम कर लिए। वर्ष 2012-13 में खेल विभाग की वाटर स्पोर्ट्स अकादमी का टैलेंट सर्च हुआ, जिसमें हर्षिता चुन ली गईं और यहीं से सेलिंग के सफर की शुरुआत हुई। सेलिंग वैसे तो हवा पर निर्भर खेल है । इसमें हवा की रफ्तार के अनुसार कोर्स का आकार घटाया-बढ़ाया जाता है। हवा की रफ्तार तेज हो तो कोर्स बढ़ा दिया जाता है और कम हो तो घटा दिया जाता है. इसमें 50 मिनट में रेस पूरी करनी होती है।