एशियाई खेलों के पदकवीरों से मिले पीएम मोदी, सामान्य पृष्ठभूमि से आने वाले खिलाड़ियों और महिलाओं की तारीफ, कहा खेल अब किसी एक वर्ग तक सीमित नहीं, पदक को बताया मेहनत और तपस्या का परिणाम. प्रधानमंत्री अपने आवास पर हाल ही में संपन्न हुए एशियाई खेलों के पदक विजेताओं से बातचीत करते हुए. प्रधानमंत्री ने एशियाई खेलों में अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों को बधाई दी और उनके साथ गुरु मंत्र भी साझा किया। खिलाड़ियों की हौसलाफ़ज़ाई करते हुए पीएम ने कहा कि उनसे देश की उम्मीदें अब और भी बढ़ गई हैं। पीएम ने उम्मीद जताई कि खिलाड़ी ज़मीन से जुड़े रहेंगें और शोहरत पाकर अपने लक्ष्य से नहीं भटकेंगे। प्रधानमंत्री ने खिलाड़ियों से उपलब्धि हासिल करके संतुष्ट ना होने की बात कही और भविष्य में और सफलता हासिल करने के लिए लगातार मेहनत करने को कहा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के लिए सबसे बड़ी चुनौती अब शुरु होगी और उन्हें 2020 ओलिंपिक में पोडियम पर खड़े होने के अपने लक्ष्य से नहीं भटकना चाहिए। खिलाड़ियों से बातचीत के दौरान पीएम ने अपना प्रदर्शन सुधारने के लिए तकनीक का सहारा लेने की बात कही। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को तकनीक की मदद से अपना खेल सुधारते रहना चाहिए और दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर भी नज़र रखनी चाहिए।
प्रधानमंत्री ने खुशी जताई कि छोटे-छोटे शहरों, ग्रामीण इलाकों और सामान्य पृष्ठभूमि से युवा प्रतिभाएं निकलकर आ रही हैँ। उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में काफी प्रतिभा है जिसे तराशने की ज़रुरत है। उन्होंने कहा कि बाहरी दुनिया को खिलाड़ियों के जीवन में रोज़ाना आने वाली मुश्किलों और कठिनाईयों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। खिलाड़ियों से मिलकर भावुक दिखाई दे रहे प्रधानमंत्री ने कई खिलाड़ियों के नाम भी लिए जिन्हें पदक जीतने के लिए कड़ी मशक्कत से गुज़रना पड़ा। उन्होंने खिलाड़ियों के दृढ संकल्प और समर्पण की प्रशंसा की और उम्मीद जताई कि उनके प्रदर्शन से पूरा देश प्रेरित होगा। भारत ने एशियाई खेलों में कुल 69 पदक जीते थे जिसमें से 15 स्वर्ण पदक थे। इन एशियाई खेलों में कई चीज़ें पहली बार देखने को मिलीँ। ब्रिज में स्वर्ण, कुराश में रजत और सेपकटकरॉ में कांस्य पहली बार मिली उपलब्धियों में से एक हैं।