चंडीगढ़,
पंजाब में भ्रष्टाचार के विरुद्ध छेड़ी मुहिम के अंतर्गत आज विजीलैंस ब्यूरो पंजाब को एक और सफलता हाथ लगी है। विजीलैंस ब्यूरो के आर्थिक अपराथ विंग, लुधियाना की तरफ से आज एडिशनल पब्लिक प्रॉसीक्युटर को शहर के ही एक नागरिक से 10 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए काबू किया गया। गिरफ़्तार व्यक्ति की पहचान जतिन्दर सिंह चहल के तौर पर हुई है जोकि गुरप्रीत सिंह पुत्र नरिन्दर सिंह, निवासी 56, जीटी रोड, मिल्लर गंज, लुधियाना से अदालत में चल रहे मुकद्मे में बहस न करने के एवज़ में 20 हज़ार रुपए की रिश्वत की माँग कर रहा था। श्री जसविन्दर सिंह, एसएसपी विजीलैंस ब्यूरो आर्थिक अपराध विंग, लुधियाना ने बताया कि गुरप्रीत सिंह की तरफ से डिविजऩ नं: 2 के थाने में दर्ज मुकदमा नंबर 49 /2016 में से ख़ुद (गुरप्रीत सिंह) को फ़ारिग करवाने के लिए अपील की गई थी। स्थानीय अदालत में चल रहे इस मुकदमे की बहस उक्त एडिशनल पब्लिक प्रॉसीक्युटर जतिन्दर सिंह चाहल की तरफ से की जानी थी, परन्तु वह गुरप्रीत से मुकदमे की बहस न करने के एवज़ में 20,000 रुपए की माँग कर रहा था। इस मुकदमे की सुनवाई 7 सितम्बर, 2018 को होनी थी।
एसएसपी ने बताया कि आखिऱ में सौदा 10,000 में तय हुआ और आज यह राशि जतिन्दर सिंह को दी जानी थी। गुरप्रीत सिंह ने यह मामला विजीलैंस ब्यूरो आर्थिक अपराध विंग के ध्यान में लाया और इस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए पुलिस ने चहल को जिला कचहरी कंपलैक्स, फिरोज गांधी रोड से 10 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ़्तार कर लिया । वह अपनी कार में बैठा था। एसएसपी जसविन्दर सिंह ने बताया कि जतिन्दर सिंह चहल के विरुद्ध भ्रष्टाचार रोकथाम एक्ट 1988 के सैक्शन 7 के अधीन मुकद्मा दर्ज कर लिया गया है।
