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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की तीन देशों की यात्रा, भारत- साइप्रस में दो अहम समझौते

भारत और साइप्रस ने वित्तीय खुफिया सूचनाएं साझा करने और पर्यावरण के क्षेत्र में समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए, अपनी यात्रा के दूसरे चरण में राष्ट्रपति आज पहुंचेंगे बुलगारिया भारत और साइप्रस के बीच मनी लॉन्डरिंग और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर दो अहम समझौतें हुए। यह समझौतें राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और साइप्रस के राष्ट्रपति की मौजूदगी में हुए। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द तीन देशों के दौरे पर है और अपने इस दौरे के दूसरे दिन वह साइप्रस में थे जहां राष्ट्रपति का औपचारिक स्वागत हुआ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने सुरक्षा परिषद की सदस्यता और एनएसजी सदस्यता पर भारत का समर्थन करने के लिए साइप्रस का आभार जताया। राष्ट्रपति ने साइप्रस के व्यापार जगत को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित भी किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने तीन देशों की यात्रा के दूसरे चरण में आज बुल्गारिया पहुंचेगें। यात्रा के दौरान राष्ट्रपति बुल्गारिया के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से मुलाकात कर विभिन्न मुद्दों पर बातचीत करेंगे। बुल्गारिया के राष्ट्रपति रादेव राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सम्मान में राजकीय भोज का आयोजन करेंगें।

साइप्रस के साथ भारत के रिश्तों को नया आयाम देते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने दौरे के दूसरे दिन न सिर्फ साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस एनास्टासिएड्स के साथ प्रतिनिधि मंडल स्तर की वार्ता की बल्कि उनकी मौजूदगी में दोनों देशों के बीच मनी लॉन्डरिंग और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर दो अहम समझौतों पर दस्तख़त भी किए गए। दोनों प्रमुखों ने आई टी, उससे जुड़ी सेवाओं, पर्यटन, पोत परिवहन और अक्षय उर्जा के क्षेत्र में पारस्परिक हितों का ध्यान रखने और व्यापारिक संबंधों को विस्तार देने पर चर्चा की। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एनएसजी की सदस्यता और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी को समर्थन देने के लिए साइप्रस के राष्ट्रपति का आभार जताया। इसके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज साइप्रस की संसद के विशेष सत्र को संबोधित किया। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि साइप्रस और भारत के बीच रिश्ते बहुत पुराने और गहरे हैं। राष्ट्रपति ने जनता से जनता का संपर्क, आर्थिक और व्यापार संबंधों, शिक्षा के क्षेत्र पर ज़ोर देते हुए कहा कि इन क्षत्रों में काम करने की ज़रूरत है। प्रतिनिधि सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने साइप्रस के व्यापार समुदाय को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। इससे पहले राष्ट्रपति का साइप्रस की राजधानी निकोसिया में औपचारिक स्वागत किया गया। राष्ट्रपति ने साइप्रस के राष्ट्र निर्माताओं आर्चबिशप मैक्रिओस और महात्मा गांधी को अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए। गौरतलब है कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद साइप्रस, बुल्गारिया और चेक गणराज्य के दौरे पर हैं।

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