बीदर: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने शुक्रवार को वैज्ञानिकों और अनुसंधानकर्ताओं का नियमित तौर पर किसानों से संवाद करने और 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मिशन मोड पर काम करने का आह्वान किया। कर्नाटक पशु चिकित्सा, पशु एवं मत्स्य विज्ञान विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर नायडू ने कहा कि कृषि की लागत कम करके, मूल्य संवर्धन और कृषि उत्पादों के उचित विपणन के जरिये किसानों की आय दोगुनी की जा सकती है। उन्होंने नील क्रांति की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि कृषि और डेयरी क्षेत्र के साथ ही मात्स्यिकी को बढ़ावा और प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों से कहा कि वे सुनिश्चित करें कि पशुपालक किसान केवल निर्वहन योग्य खेती से आगे बढ़कर पशुपालन से संबंधित उद्यम शुुरु करें ताकि वे आर्थिक तौर पर सशक्त बन सकें। इसके अलावा पशुपालन से जुड़े डेयरी और पोल्ट्री जैसे काम किसानों की आय बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि 2022 तक केवल किसानों की आय दोगुनी करने की चुनौती नहीं है बल्कि बड़ी वैश्विक चुनौती खाद्य एवं पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
नायडू ने देश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार की जरूरत पर बल देते हुए विश्वविद्यालयों से युवाओं को ज्ञान क्रांति का हिस्सा बनाने का आह्वान किया। इससे दुनिया भर में तकनीक का प्रसार होगा और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों के जरिए दूर-दराज के छात्रों तक ज्ञान का विस्तार होगा। स्कूल छोड़ चुके लोगों और किसानों को भी दूरस्थ शिक्षा से लाभ होगा। इस अवसर पर 447 छात्रों को डिग्री प्रदान की गयी जिनमें से 29 पीएचडी की डिग्रियां हैं। बेहतर अकादमिक प्रदर्शन के लिए 34 छात्रों को स्वर्ण पदक प्रदान किये गये।
