सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डैहर में ही एकत्र किए जा रहे नमूने, उपचाराधाीन 13 में से 11 मरीजों को छुट्टी
मण्डी – उपायुक्त श्री ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि मंडी जिला में डेंगू की रोकथाम के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। वे आज यहां इस संदर्भ में आयोजित स्वास्थ्य विभाग व स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों की एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक के दौरान सुंदरनगर उपमंडल के डैहर व आस-पास के क्षेत्रों में डेंगू की रोकथाम के लिए किए जा रहे उपायों पर चर्चा की गयी। उन्होंने कहा कि अभी तक क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में डेंगू के 37 संदिग्ध मामले सामने आए हैं जिनमें से 13 को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया था और इनमें से 11 की स्थिति में सुधार होने के उपरांत उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। डेंगू के लक्षण वाले 24 अन्य लोगों को उचित उपचार व आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी गयी है। इसके अतिरिक्त बिलासपुर जिला में भी मंडी के डैहर क्षेत्र से संबंधित कुछ लोग उपचाराधीन है।
उन्होंने कहा कि डेंगू के संदिग्ध मामलों में स्वास्थ्य परीक्षण (टेस्ट) के लिए नमूने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डैहर में एकत्र करने की सुविधा प्रदान की गयी हैं। इसके उपरांत उन्हें जांच के लिए क्षेत्रीय अस्पताल मंडी लाया जा रहा है और इसकी रिपोर्ट प्रभावित तक निःशुल्क पहुंचाने की व्यवस्था की गयी है। इसके टेस्ट भी निःशुल्क उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय अस्पताल मंडी में डेंगू रोगियों के लिए अलग से वार्ड की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने कहा कि लोग डेंगू से घबराएं नहीं और आम तौर पर एक से तीन सप्ताह में इसका उपचार संभव है। उन्होंने कहा कि जिला में डेंगू के प्रभावित अधिकांश लोगों में यह बाहरी स्थानों में यात्रा के दौरान पनपने की बात भी सामने आई है।
उपायुक्त ने कहा कि डैहर क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से 11 दल डेंगू की रोकथाम व लोगों की जागरुकता के लिए तैनात किए गए हैं जिनमें आशा कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी तथा पंचायत सचिव इत्यादि की सेवाएं ली जा रही हैं। यह दल घर-घर जाकर ठहरे हुए पानी में पनपने वाले लारवा को उचित माध्यम से नष्ट कर रहे हैं और लोगों को डेंगू से बचाव के उपायों बारे भी जागरूक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डैहर पंचायत में पांच, बरोटी तथा जाम्बला पंचायत में तीन-तीन दल तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त नियमित अंतराल पर फागिंग प्रक्रिया के माध्यम से डेंगू फैलाने वाले मच्छरों को पनपने से रोका जा रहा है।
उन्होंने कहा कि महिला मंडल व युवक मंडलों के माध्यम से भी एक सघन जागरूकता कार्यक्रम डैहर व आस-पास की पंचायतों में चलाया जाएगा। शिक्षण संस्थानों में पूर्व में ही डेंगू से बचाव व सावधानियों के बारे में जागरूकता अभियान इन क्षेत्रों में चलाया जा रहा है। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी राजीव कुमार, उपमंडलाधिकारी (ना.) सुंदरनगर राहुल चौहान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जीवानंद चौहान, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. दिनेश ठाकुर सहित अन्य उपस्थित थे।
