राही सरनोबत ने एशियाई खेलों के 25 मीटर पिस्टल इवेंट में गोल्ड जीतकर इतिहास रच दिया। वे एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाली देश की पहली महिला निशानेबाज़ हैं। हालांकि एक अन्य भारतीय निशानेबाज़ मनु भाकर ने क्वालीफिकेशन में रिकॉर्ड स्कोर करने के बाद भी निराश किया और वे फ़ाइनल में छठे स्थान पर रहीं। भारतीय निशानेबाज़़ राही सरनोबत ने 25 मीटर पिस्टल निशानेबाज़ी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक अपने नाम कर इतिहास रच दिया। राही सरनोबत ने बुधवार को 25 मीटर पिस्टल के क्वालीफाइंग इवेंट में सातवां और मनु भाकर ने रिकॉर्ड शीर्ष स्थान हासिल किया था। फ़ाइनल में स्टैंडिंग में आख़िरी स्थान पर खड़ी राही ने अंत तक अपनी लय क़ायम रखी। हालांकि 25 मीटर महिला पिस्टल इवेंट के फ़ाइनल का क्लाइमेक्स भी बेहद नाटकीय रहा। राही और फ़ाइनल में उनकी विपक्षी निशानेबाज़ थाइलैंड की यैंगपाईबून ने पहली सीरीज़ में बराबर स्कोर किया, जिससे मुक़ाबले को पांच शॉट की दूसरी सीरीज़ में ले जाना पड़ा। इस सीरीज़ में सरनोबत ने पांच में से तीन शॉट्स पर निशाना साधा, जबकि उनकी विपक्षी खिलाड़ी केवल दो निशाने ही साध पाईं और राही ने मुक़ाबला 3-2 से अपने नाम कर लिया। राही और उनकी विपक्षी खिलाड़ी दोनों ने ही फ़ाइनल में एक नया एशियन रिकॉर्ड स्थापित किया। राही ने फ़ाइनल में 34 का स्कोर कर नया गेम रिकॉर्ड बनाया। हालांकि एक अन्य भारतीय निशानेबाज़ मनु भाकर इतनी भाग्यशाली नहीं रहीं और क्वालीफिकेशन में 593 अंक लेकर क्वालीफ़ाई करने के बावजूद फ़ाइनल में छठे स्थान पर रहीं। कोहनी की चोट से उबरने के बाद राही के लिए ये बड़ी उपलब्धि है। राही ने 2010 दिल्ली और 2014 ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में 25 मीटर पिस्टल इवेंट में स्वर्ण जीता था और उसके बाद से ही कोहनी की चोट के चलते शूटिंग रेंज से दूर चल रही थीं। राही ने 2014 एशियाई खेलों में कांस्य जीता था। चोट से उबरकर एशियन खेलों में स्वर्णिम सफलता के साथ राही एशियन निशानेबाज़ी में स्वर्ण जीतने वाली देश की पहली महिला निशानेबाज़ बन गई हैं।