प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मीडिया को दिए गये इंटरव्यू के ज़रिए अपनी सरकार के कार्यों को तो सामने रख ही रहे हैं, साथ ही सरकार की सोच भी स्पष्ट कर रहे हैं जिसके केंद्र में है देश का विकास और देश के नागरिकों का जन कल्याण. एक हिंदी अखबार को दिए इंटरव्यू में पीएम ने एनआरसी पर विवाद, भीड़ की ओर से की जा रही हत्याएं, जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन टूटने जैसे विभिन्न मुद्दों पर भी अपना रुख़ सामने रखा और स्पष्ट कर दिया की सरकार का एक ही एजेंडा है- सबका साथ, सबका विकास. 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले ही पीएम मोदी ने चौतरफा विकास, तेज विकास और सबके लिए विकास का नारा देकर अपना एजेडा सेट कर दिया है। एक हिंदी अखबार को दिए इंटरव्यू में पीएम मोगी ने साफ कहा कि सरकार जनता की अपेक्षाएं के मुताबिक कामकर रही है विपक्ष केवल स्वार्थ के नाम पर महागठबंधन बनाने में व्यस्त है। इस इंटरव्यू में पीएम ने एनआरसी, किसान, अर्थव्यवस्था और 2019 के चुनावी महाभारत से जुड़े तमाम मसलों पर खुलकर जवाब गिया।
सियासत के चलते एनआरसी पर विवाद: पीएम
असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर को लेकर जारी सियासी घमासान पर पीएम ने कहा कि उऩकी सरकार के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि है। पीएम ने कहा कि एनआरसी को लेकर वादे बहुत किए गए, लेकिन पहली बार उसे धरातल पर उतारने का साहस उनकी सरकार ने किया है। पीएम ने कहा कि जिनका जनाधार खत्म हो चुका है, जिन्हें देश के संविधान पर विश्वास नहीं है, वही कह सकते हैं- सिविल वॉर हो जाएगा रक्तपात हो जाएगा, देश के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे। पीएम ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति करने वाले एनआरसी पर अलग-अलग भाषा बोल रहे हैं। ये वही लोग हैं जो वोटरलिस्ट से लोगों का नाम निकालने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा देते हैं।
भीड़ की ओर से की जा रही हत्याएं: पीएम
भीड़ की ओर से होने वाली हत्याओं पर पीएम ने कहा कि ये बहुत दुख की बात है कि लिंचिंग जैसे विषय को कुछ लोग केवल उसी तराजू से तौलने की कोशिश करते हैं कि किस पार्टी की सरकार में कितनी घटनाएं घटीं, ऐसी सोच दुर्भाग्यपूर्ण है। लिंचिंग की किसी भी घटना को समाज के लिए शर्मनाक बताते हुए पीएम ने कहा कि वो ऐसी घटनाओं और ऐसी मानसिकता के खिलाफ खुलकर बोलते रहे हैं। पीएम ने कहा कि सरकार ऐसी हिंसा की घटनाओं पर कदम उठा रही है। प्रधानमंत्री के मुताबिक ऐसी घटनाओं का राजनीतिक हित के लिए इस्तेमाल एक प्रकार की विकृत मानसिकता को दर्शाता है, जो हिंसा और अपराध का एकजुट होकर विरोध करने के बजाय, इनमें भी अपना फायदा देखते हैं।
किसानों का कल्याण सरकार की प्राथमिकता: पीएम
किसान कल्याण को अपनी सरकार की प्राथमिकता बताते हुए पीएम ने कहा कि सरकार ने एमएसपी को उत्पादन लागत के मुकाबले कम से कम 150 प्रतिशत रखने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है जिससे देश के करोड़ों कर्मठ अन्नदाताओं को लाभ मिलेगा। पीएम ने कहा कि खेती के विकास और किसानों के कल्याणा के लिए सरकार ने व्यापक प्रयास किए हैं। बात सिर्फ खेती को घाटे से उबारने की नहीं है, बल्कि सरकार ने किसानों की आमदनी को वर्ष 2022 तक दोगुना करने का लक्ष्य बनाया है। इस दिशा में सरकार ने कारगर प्रयास भी करना शुरू कर दिया है। जम्मू कश्मीर में पीडीपी के साथ गठबंधन टूटने का सवाल पर पीएम ने कहा कि मुफ्ती मोहम्मद सईद की मौत के बाद राज्य में जनता की आशाओं के अनुरूप विकास काम नहीं हो पा रहे थे इसलिए बिना आरोप-प्रत्यारोप के बीजेपी ने सत्ता से बाहर निकलने का निर्णय ले लिया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर की जनता की आशाओं को पूर्ण करने के लिए बीजेपी प्रतिबद्ध है।
मजबूत हो रहा है एनडीए: पीएम
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले एनडीए के और मजबूत होने का दावा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज 20 से अधिक पार्टियां एनडीए में हैं। ये एनडीए की मजबूरी नहीं, बल्कि ताकत है। कई राज्यों में आज एनडीए गठबंधन की सरकारें हैं और सभी अच्छा काम कर रही हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, एनडीए अब गुड गवर्नेंस का एक पर्याय बन चुका है।
2019 में वापसी का पूरा भरोसा: पीएम
2019 में फिर से सत्ता में वापसी का भरोसा जताते हुए पीएम ने कहा कि वो विकास के नारे के साथ सत्ता में आए थे और पिछले चार सालों में बिना रुके, बिना थके विकास के कामों में लगे हैं और इन्हीं कामों के साथ हम आम जनता के बीच जाएंगे। प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि जिन लोगों के पास दिखाने के लिए कोई काम नहीं है, वे जनता को बरगलाने के लिए नारे गढ़ने का काम कर रहे हैं। पीएम ने भरोसा जताया कि जनता के समर्थन से 2019 में बीजेपी को फिर से बड़ी जीत मिलेगी और एनडीए गठबंधन नए मुकाम पर पहुंचेगा।