तेहरान: ईरान ने सोमवार को कहा कि देश में राजनीतिक उथल-पुथल के मद्देनजर इस्लामी गणराज्य पर फिर से प्रतिबंध लगाने की घोषणा करके अमेरिका अलग-थलग पड़ गया है। अर्द्ध-सरकारी समाचार एजेंसी आईएसएनए के अनुसार विदेश मंत्री मोहम्मद जावद जरीफ ने पत्रकारों से कहा,‘‘बेशक, अमेरिकी धमकाने और राजनीतिक दबाव बनाकर कुछ व्यवधान पैदा कर सकते हैं, लेकिन तथ्य यह है कि वर्तमान दुनिया में अमेरिका अलग-थलग है।’’ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 2015 के परमाणु समझौते से मई में बाहर होने के निर्णय के बाद अमेरिका मंगलवार को फिर से ईरान पर प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार हैं। यूरोपीय संघ के राजनयिक प्रमुख फेडेरिया मोगेरिनी ने एक संयुक्त बयान में कहा,‘‘अमेरिका द्वारा फिर से प्रतिबंध लगाने के लिए तैयार होने पर हमें गहरा अफसोस है।’’ इस बयान पर ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी के विदेश मंत्रियों के भी हस्ताक्षर थे। ईरान पर ये प्रतिबंध दो चरणों में सात अगस्त और पांच नवम्बर को लगाए जाने है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने कहा है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 2015 के परमाणु समझौते से बाहर होने के बाद वह (अमेरिका) ईरान पर दोबारा प्रतिबंध लगा रहा है और इन्हें कड़ाई से लागू भी किया जाएगा।