पंजाब

मिलावटखोरी की जांच के लिए फूड सेफ्टी टीमों द्वारा राज्य के 217 दूध संस्थानों पर छापेमारी

चंडीगढ़ – राज्य में मिलावटी और नकली दूध बनाने और ऐसे दूध से खाद्य पदार्थ बनाने वाले कारोबारियों पर रोक लगाने के लिए पंजाब के नव-नियुक्त कमिश्नर फूड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन श्री के.एस. पन्नू द्वारा 22 टीमों का गठन किया गया है जिससे समूचे राज्य के दूध संस्थानों पर छापेमारी करके मिलावटखोरी और दूध से सम्बन्धित अन्य बेनियमियों को जड़ से ख़त्म किया जा सके। पिछले 24 घंटों में इन टीमों द्वारा समूचे राज्य में कुल 300 स्थानों पर छापेमारी की गई और सैंपल भी लिए गए।
इस छापेमारी के दौरान लिए गए सभी सैंपल स्टेट फूड टेस्टिंग लैब, खरड़ में जांच के लिए भेज दिए गए हैं। इस संबंधी और जानकारी देते हुए श्री पन्नू ने बताया कि राज्य द्वारा दूध की मिलावटखोरी और बेनियमियों को रोकने के लिए पूर्ण असहिष्णुता नीति अपनाई गई है जिससे मिशन तंदरुस्त पंजाब को सही अर्थों में सफल बनाया जा सके।
उन्होंने मिलावटख़ोरी के धंधों में लगे सभी लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे लोगों को जल्द ही अपने बुरे कारोबार बंद कर देने चाहिए नहीं तो सरकार द्वारा इन मिलावटख़ोरों के साथ सख्ती से निपटने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जायेगी। खाद्य पदार्थों से सम्बन्धित किसी भी किस्म की मिलावटखोरी करने वाले को छह महीनो की कैद और 10 लाख रुपए तक का जुर्माना देना होगा। श्री पन्नू ने विशेष तौर पर मिलावट और नकली खाद्य पदार्थ बनाने में लगे दुकानदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि नकली और मिलावटी दूध या दूध पदार्थों में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री बेचने वाले जल्द से जल्द अपना कारोबार बंद करें नहीं तो उनको गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।
बीते दिन हुई एक मीटिंग के दौरान श्री पन्नू ने विभाग के अफसरों को पूरे तन-मन और निडरता से काम करने के लिए प्रेरित किया जिससे पंजाब में फैली मिलावटख़ोरी की इस बुराई से निजात पाई जा सके। उन्होंने लोगों को भी अपील की कि मिलावटख़ोरी से सम्बन्धित हर मामले को सरकार के ध्यान में लाएं जिससे इस समस्या से छुटकारा पाया जा सके।

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