कुआलालंपुर रहस्मयी तरीके से गायब हुए मलेशियाई विमान एमएच 370 की खोज एक बार फिर असफल रही। 4 साल पहले लापता विमान के बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। बोर्ड एयरलाइंस की उड़ान एमएच 370 में लापता यात्रियों के परिवारों ने कहा कि उनको विमान के गायब होने की जो रिपोर्ट दी गई है, उसमें कोई भी नई जानकारी नहीं है। यह रिपोर्ट निजी कंपनी के विमान खोजने के दो महीने बाद आई है। यह विमान आठ मार्च 2014 को 239 लोगों को लेकर कुआलालंपुर से बीजिंग जाते वक्त अचानक लापता हो गया था। एमएच 370 विमानन क्षेत्र में विश्व का सबसे बड़ा रहस्य बन गया है।लापता यात्रियों के परिवारवालों का कहना है कि जारी की गई रिपोर्ट में बहुत सारी गलतियां है। इनमें प्रोटोकॉल और दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि इन गलतियों को दोहराया नहीं जाएगा और भविष्य में उन्हें रोकने के लिए उपाय किए जाएंगे। मलेशिया ने 29 मई को विमान की तलाश करने का जिम्मा अमेरिकी फर्म ओशन इन्फिनिटी को दिया था। फर्म ने हिंद महासागर में 112,000 वर्ग किमी तक विमान की तलाश की, लेकिन इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला। ऑस्ट्रेलिया, चीन और मलेशिया के बाद विमान की यह दूसरी बड़ी खोज थी, इस खोज पर 147 मिलियन डॉलर खर्च किए गए थे।
2014 में लापता हुआ था मलेशियाई विमान:–एमएच 370 विमान मार्च, 2014 में कुआलालंपुर से बीजिंग जाते वक्त लापता हो गया था। इसमें 239 यात्री सवार थे। इसका पता लगाने के लिए विमानन इतिहास का सबसे बड़ा खोज अभियान शुरू किया गया था, जिसमें कई देश शामिल थे। लेकिन विमान का कोई सुराग नहीं मिला। पिछले साल जनवरी में खोज बंद कर दी गई। इसी अभियान के दौरान ऑस्ट्रेलियाई खोजी दल को 3900 मीटर गहराई में दो जगह कुछ टुकड़े और मलबा मिला था।
निजी कंपनी ने फिर शुरू की थी खोज:–लापता विमान की खोज इस साल मई में फिर शुरू की गई थी। इस बार यह काम एक निजी खोजी कंपनी कर रही थी। मलेशिया ने उसे “नो फाइंड, नो फी” के आधार पर काम दिया था। यानी खोज नहीं होने पर कोई भुगतान नहीं किया था।