धर्मशाला, जिलाधीश संदीप कुमार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत लोगों को जागरूक कर अधिक से अधिक किसानों को बीमा कवर के अधीन लाने के लिए विशेष प्रयास करने को कहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों को फसल बर्बाद होने की स्थिति में लाभ मिलेगा। अभी तक जिला के 65 हजार किसान फसल बीमा करवा चुके हैं। कांगड़ा जिला में खरीफ फसलों में मक्की, धान, टमाटर और आलू की फसलों के बीमा कवर की सुविधा उपलब्ध है।
वे आज यहां प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत गठित जिला स्तरीय निगरानी समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थेे। बैठक में योजना के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। इस दौरान संदीप कुमार ने अधिकारियों को प्रचार प्रसार के सभी माध्यमों का उपयोग कर अधिक से अधिक लोगों तक योजना की जानकारी पहुंचाना तय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजना को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए अधिक से अधिक शिविर लगाए जाएं।
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि भारी बारिश के चलते उनकी मक्की और धान की फसलों को नुकसान पहुंचा है, उनके पास अभी भी फसल बीमा करवाने का अवसर उपलब्ध है।इस कल्याणकारी बीमा योजना का लाभ उठाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है।
बैठक में कृषि विभाग के उप निदेशक एनके धीमान ने समिति को कृषि विभाग द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रभावी कार्यान्वयन को लेकर उठाए कदमों से अवगत करवाया। उन्होंने बताया कि मक्की और धान की फसल बर्बाद होने की स्थिति में प्रति हेक्टेयर नुक्सान पर 30-30 हजार रुपए, टमाटर की फसल बर्बाद होने की स्थिति में प्रति हेक्टेयर नुक्सान पर 1 लाख रुपए और आलू की फसल बर्बाद होने की स्थिति में प्रति हेक्टेयर नुक्सान पर 75 हजार रुपए बीमित है। उन्होंने कहा कि किसानों से आग्रह किया कि वे योजना का लाभ उठाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों के अलावा योजना की कार्यान्वयन एजेंसी एसबीआई सामान्य बीमा कंपनी के प्रतिनिधियों से भी संपर्क कर सकते हैं। इस मौके कृषि विकास अधिकारी विशाल सूद, डीआरओ संजीव कुमार, एसबीआई सामान्य बीमा कंपनी के प्रतिनिधि विजय कुमार, पंजाब नेशनल बैंक के नितिन डोगरा, कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक सुमित मनकोटिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
