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ओम बिड़ला बने लोकसभा अध्यक्ष, कुर्सी तक छोड़ने गए PM मोदी

नई दिल्ली – दिल्ली भारतीय जनता पार्टी के सदस्य ओम बिड़ला बुधवार को 17वीं लोकसभा के अध्यक्ष निर्वाचित हुए। पीएम मोदी खुद उन्हें कुर्सी तक छोड़ने गए। ओम बिड़ला की तारीफ करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हम सबके लिए गर्व का विषय है कि स्पीकर पद पर आज हम ऐसे व्यक्ति का अनुमोदन कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पेश एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा समर्थित प्रस्ताव को सदन ने सर्वसम्मति से पारित कर दिया। बिड़ला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के संबंध में 13 प्रस्ताव पेश किए गए। इस प्रस्ताव का लोकसभा में सभी दलों ने समर्थन किया। मंगलवार को ही उन्होंने अपना नामांकन किया था। उनके खिलाफ किसी ने पर्चा नहीं भरा है, ऐसे में उनका चुना जाना तय है. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, एनडीए के सभी दल और अन्य विपक्षी पार्टियों ने भी ओम बिड़ला के नाम का समर्थन किया है।पीएम मोदी ने बुधवार को ओम बिरला को लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई और शुभकामनाएं देते हुए विश्वास जताया कि वह वर्षों के अपनी सामाजिक संवेदना भरे जीवन के कारण सदन का सुगमता से संचालन कर पाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिरला को अध्यक्ष के नाते सभी को अनुशासित और अनुप्रेरित करने तथा सत्तापक्ष को भी नियमों की अवहेलना पर टोकने का अधिकार होगा। प्रधानमंत्री ने उन्हें विश्वास दिलाया कि सरकार उनके कामकाज को सरल बनाने में शत-प्रतिशत योगदान देगी। सदन में बुधवार को ध्वनिमत से राजस्थान के कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र से दूसरी बार सांसद निर्वाचित हुए बिरला के अध्यक्ष के रूप में निर्वाचन के बाद मोदी ने भाजपा के संगठन में साथ में काम करने के दिनों को याद करते हुए कहा कि बिरला छात्र राजनीति से यहां तक पहुंचे हैं और उन्होंने जन आंदोलन से ज्यादा ध्यान जनसेवा पर केंद्रित रखा है। उन्होंने राजस्थान विधानसभा में सक्रिय भूमिका निभाई है।संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दो दिन तक सदस्यों को लोकसभा की सदस्यता की शपथ दिलाने एवं अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए डॉ. वीरेन्द्र कुमार का आभार व्यक्त किया। शिव सेना के अरविंद सावंत ने बिड़ला के नाम का प्रस्ताव किया और विनायक राउत ने उनका समर्थन किया। बीजू जनता दल के पिनाकी मिश्रा ने उनके नाम का प्रस्ताव किया और अच्युतानंद सामंत ने इसका समर्थन किया। अकाली दल बादल के सुखबीरसिंह बादल ने उनके नाम का प्रस्ताव किया जिसका लोक जनशक्ति पार्टी के चिराग पासवान ने समर्थन किया। उसके बाद राजीव रंजन उर्फ लल्लन सिंह ने प्रस्ताव किया जिसका अनुप्रिया पटेल ने समर्थन किया।केंद्रीय मंत्री डी वी सदानंद गौडा ने कहा कि श्री बिडला को सदन का अध्यक्ष बनाया जाए जिसका पी वी मिथुन रेड्डी ने समर्थन किया। प्रह्लाद जोशी के प्रस्ताव का पी रवीन्द्रनाथ कुमार ने समर्थन किया। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने दो दिन तक सदस्यों को लोकसभा की सदस्यता की शपथ दिलाने एवं अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया को सुचारु रूप से संपन्न कराने के लिए डॉ. वीरेन्द्र कुमार का आभार व्यक्त किया। उन्होंने लोकसभा महासचिव स्नेहलता श्रीवास्तव का भी धन्यवाद किया कि उन्होंने शपथ दिलाने का काम बेहतर ढंग से निभाया।

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