चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम इस साल अमरनाथ यात्रा के बाद तय करने का फैसला किया है। आयोग ने मंगलवार को एक संक्षिप्त बयान जारी कर यह जानकारी दी। आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत सर्वानुमति से फैसला किया है।चुनाव आयोग ने जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव का कार्यक्रम इस साल अमरनाथ यात्रा के बाद तय करने का फैसला किया है। आयोग ने मंगलवार को एक बयान जारी कर यह जानकारी दी। बयान के अनुसार चुनाव आयोग ने संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत सर्वानुमति से फैसला किया है कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव इस साल के आखिर में कराया जायेगा।
आयोग ने कहा कि राज्य में सुरक्षा इंतजामों और अन्य हालात पर आयोग द्वारा नियमित नजर रखते हुये इस बारे में सभी पक्षों से हरसंभव जानकारी ली जा रही है। इस साल यात्रा का समय एक जुलाई से 15 अगस्त तक तय किया गया है। जम्मू कश्मीर में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार से जुलाई 2018 में भाजपा के समर्थन वापसी की घोषणा के बाद राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया था।नयी सरकार के गठन की संभावनायें समाप्त होने के बाद राज्यपाल की सिफारिश पर नवंबर 2018 में जम्मू कश्मीर विधानसभा को भंग कर दिया था और दिसबंर से अगले छ: महीने के लिए राष्ट्रपति शासन लागू किया गया। इसी दौरान राज्य में चुनाव करवाने का प्रावधान है अगर विधानसभा के लिए चुनाव नहीं होते हैं तो ऐसी स्थिति में अगले छ महीने के लिए राष्ट्रपति शासन बढ़ा दिया जाता है और ये किसी भी स्थिति में 3 साल से अधिक नहीं हो सकता है। लेकिन चुनाव आयोग द्वारा हस्तक्षेप इसमें बतौर अपवाद भी शामिल है। राज्य में 19 दिसंबर 2018 को लागू राष्ट्रपति शासन की अवधि 19 जून को समाप्त हो जाएगी।