क्षेत्रीय अधिकारियों को ‘मिशन सी.सी.टी.वी. कैमराज़’ को समय पर निपटाने के आदेश
चंडीगढ़ – अपराधों पर नियंत्रण रखने और नशाखोरी के ख़ात्मे के उद्देश्य सहित पंजाब के डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस दिनकर गुप्ता ने आज पंजाब पुलिस के लिए प्राथमिकताएं निर्धारित करते हुये राज्य में आतंकवादी सरगर्मियों, गैंगस्टर गतिविधियों, नशों के विरुद्ध मुहिम और अन्य घिनौने अपराधों पर उचित ढंग से नियंत्रण रखने पर ज़ोर दिया। इसके अलावा उन्होंने फील्ड अधिकारियों को महिलाओं के विरुद्ध अपराधिक मामलों की रोकथाम और कंट्रोल समेत लोगों की शिकायतों को पहल के आधार पर हल करने के आदेश भी दिए।राज्य में अपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने लिए ‘मिशन सी.सी.टी.वी.कैमराज़’ संबंधी जानकारी देते हुये डी.जी.पी. ने सभी रेंज अफसरों और एस.एस.पीज़ को सभी संवेदनशील स्थानों सहित शहरों में दाखि़ल होने और बाहर जाने वाले सभी रास्तों पर यह कैमरे लगाने के लिए हर संभव कोशिश करने के लिए कहा।अदालती मामलों के निपटारे के उपरांत थानों में पड़ी सम्बन्धित सम्पत्तियों और पुराने वाहनों के तुरंत निपटारे के लिए दिनकर गुप्ता ने सम्बन्धित सीनियर अधिकारियों को प्राथमिक क्षेत्रों के लिए डाटा आधारित एपलीकेशनें विकसित करने के लिए कहा जिससे रेंज स्तर और पुलिस जि़ला दफ़्तरों में पुराने वाहनों के निपटारे की प्रक्रिया को आसान किया जा सके। इसके साथ ही श्री गुप्ता ने सम्बन्धित अधिकारियों को हथियार लायसेंसों, अस्ले के डीलरों, पुलिस संख्या, वाहनों और ड्रायविंग लायसेंसों से सम्बन्धित डाटा जि़ला पुलिस मुखियों के साथ तालमेल के ज़रिये ऐसी ऑनलाइन एपलीकेशनों पर अपडेट करने के निर्देश भी दिए।सभी सी.पीज़ और एस.एस.पीज़ की राज्य स्तरीय मीटिंग की अध्यक्षता करते हुये उन्होंने क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नैटवर्क एंडसिस्टमज़ फार्मज़ (सी.सी.टी.एन.एस) समेत पुलिस थानों के रिकार्ड की कम्प्यूट्राइजेशन और हर प्रकार के अपराधिक डाटा को प्लेटफार्म पर समय पर अपडेट करने का आदेश भी दिया।अपनी प्रगति संबंधी पेशकारी देते हुये ए.डी.जी.पी. आई. टी. एंड टी, कुलदीप सिंह ने बताया कि सी.सी.टी.एन.एस. पर डाटा आधारित रिकार्ड अपडेट करने, और इसे ऑनलाइन ऐपलीकेशन का पूरा प्रयोग करने के मामले में पंजाब पूरे देश में से अग्रणी राज्य है। उन्होंने जि़ला मुखियों को थाना स्तर पर रोज़मर्रा के डाटा और रिकार्ड को सिस्टम पर समय पर अपडेट करने के लिए कहा।मीटिंग के दौरान एस.एस.पीज़ के लिए अपने ‘एक्शन प्वाइंटस’ का जि़क्र करते हुये डी.जी.पी. ने उनको यौन शोषण के सभी मामलों की जांच समय पर निपटाने, हर जिले में सर्वोच्च 100 अपराधियों की सूची तैयार करने और हरेक थाने में यौन शोषण के मामलों की तफतीश करने के लिए महिला इंस्पेक्टर तैनात करने का सुझाव दिया।
उन्होंने सभी स्कूलों /कॉलेजों के लिए संपर्क अफ़सर नियुक्त करने का सुझाव भी दिया। इसके अलावा दिनकर गुप्ता ने फील्ड अधिकारियों को जि़ला स्तर पर विभिन्न विशेष अपराधिक टीमों, सोशल मीडिया टीमें, जांच और तकनीकी टीमों के गठन के निर्देश भी दिए जिससे अपराधों का तुरंत पता लगाया जा सके।इस मीटिंग में ए.डी.जी.पी. पंजाब ब्यूरो ऑफ इनवैस्टीगेशन प्रबोध कुमार और आई.जी. क्राईम प्रवीण कुमार सिन्हा ने भी अपनी पेशकारियां सांझी की।