नरेंद्र मोदी का जादू इस बार 2014 से भी ज्यादा दिख रहा है. रुझानों और नजीतों में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए बीजेपी पिछली बार से भी ज्यादा सीटें ला रही है. बीजेपी न सिर्फ पिछली बार की तरह इस बार भी अपने दम पर बहुमत लाती दिख रही है, बल्कि उसका आंकड़ा 300 के पार जा रहा है. जबकि विपक्ष पीएम मोदी की आंधी में उड़ गया.भारतीय राजनीति में 23 मई, 2019 एक तारीख भर नहीं है. ये तारीख महज नरेंद्र मोदी की जीत की नहीं है. उत्तर से दक्षिण, पूर्व से पश्चिम हर तरफ सिर्फ मोदी नाम का डंका. 10 मार्च को सत्ता की लड़ाई शुरू हुई. हर तरफ नायक थे. इन नायकों के बीच से एक महानायक निकला, जो जनता का था और जनता उसकी.सबने अपने तरकश से तमाम तीर चलाए. बड़े दावे भी किए, लेकिन सब नरेंद्र मोदी के सामने बेकार ही साबित हुए. प्रधानमंत्री मोदी के लिए ये लड़ाई राजनीति ही थी लेकिन उसमें जनता का सरोकार था. वो मुद्दे शामिल थे जो गांव गरीब किसान की आवाज़ बनकर आज उनकी जीत भी बने.चुनाव में प्रधानमंत्री पर तमाम निजी हमले किए गए. उनको चोर तक बोला गया लेकिन अब इतना बड़ा जनादेश बता रहा है कि ये चौकीदार पूरा प्योर है.अपने लिए राजनीति की नई लकीर खिंचने का माद्दा अगर कोई रखता है, तो वो मोदी है. ये चुनाव इसलिए भी अहम माना जा रहा था क्योंकि इसे पीएम मोदी के लिए आर-पार की लड़ाई कहा जा रहा था.