हिमाचल प्रदेश के लिए यह सौभाग्य की बात है कि महामहिम दलाई लामा ने निर्वासित तिब्बत सरकार के लिए हिमाचल प्रदेश को चुना है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने यह बात आज निर्वासित तिब्बत सरकार की संसद द्वारा आयोजित जलपान समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महामहिम दलाई लामा ने धर्मशाला को अपना घर चुना है, जिसके कारण यह दुनिया में पर्यटन आकर्षण का एक प्रमुख केन्द्र बनकर उभरा है। बड़ी संख्या में पर्यटक तथा दुनियाभर से आए उनके अनुयायी हर वर्ष धर्मशाला उनका आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं, जिसके कारण धर्मशाला विश्व पर्यटन मानचित्र पर आया है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि भारत और तिब्बत की संस्कृति व परम्पराएं एक समान हैं तथा यह विश्व शांति के आवश्यक है कि यह दोनों समुदाय बेहतर तालमेल के साथ कार्य करें।
निर्वासित तिब्बत सरकार की संसद के अध्यक्ष पैमा जंगने ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उपाध्यक्ष येशी फुगसुक ने इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा अन्य उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।
पूर्व, मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिन्दल, राज्य मंत्रिमण्डल के सदस्य और विधायकगण इस अवसर पर उपस्थित थे।
