लैफ्टिनेंट जनरल (सेवामुक्त) शेरगिल्ल ने बार मेमोरियल में जंगी नायकों को श्रद्धाँजलि भेंट की
चंडीगढ़ – बेहद शिद्दत के साथ प्रतीक्षा किए जा रहे ‘मिलिट्री लिट्रेचर फेस्टिवल 2018’ के लिए मंच तैयार करते हुए ‘ब्रेवहार्ट राईड’ के दौरान रविवार की सुबह सीनियर मोटर साइकिल सवारों ने शहर की सडक़ों को अपने वाहनों की गूंज से भर दिया। इस रैली के साथ इस रोमांचक मौके से पहले होने वाली गतिविधियां शिखर पर पहुंच गईं। रैली में कुल 450 साहसी मोटर साइकिल सवारों ने भाग लिया, जिससे उत्साही भीड़ का जोश उमडऩे लगा। शानदार इनफील्ड, ट्राईअंफ, बी.एम.डब्ल्य.ु, हारले मोटरसाईकल चला रहे सेना के तीनों विंगों के सीनियर साथियों की हाजिऱी वाली इस रैली का उद्देश्य सुरक्षित ड्राइविंग और अनुशासन महारत का प्रदर्शन करना था। इस प्रोग्राम को इस तरह भी तैयार किया गया था जिससे उत्तरी भारत के सभी आयु वर्ग के लोगों की हिस्सेदारी यकीनी बनाई जा सके। ‘मिलिट्री लिट्रेचर फेस्टिवल’ (एम.एल.एफ.) के शानदार बैज़ों के साथ सजे मोटर साइकिल सवारों ने चण्डीगढ़ क्लब के बाहर से रैली की शुरुआत की और चंडीमन्दिर छावनी में रुकने से पहले शहर की सडक़ों का चक्कर लगाया। रैली को झंडी दिखाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के सीनियर सलाहकार लैफ्टिनैंट जनरल (सेवामुक्त) टी.एस. शेरगिल्ल (पी.वी.एस.एम) ने सुरक्षित ड्राइविंग सम्बन्धी संदेश फैलाने के लिए रैली में भाग लेने वालों के परिश्रम की प्रशंसा की। लोक हित के लिए ऐसे महान कार्य करवाने के लिए प्रबंधकों की तारीफ़ करते हुए जनरल शेरगिल्ल ने भविष्य में इस तरह के और प्रोग्राम करवाने की भी अपील की। सप्ताह के अंत के दौरान एम.एल.एफ. में होने वाले अन्य प्रोग्रामों में नौजवान विद्यार्थियों की शिरकत की ज़रूरत के महत्व को बताते हुए जनरल शेरगिल्ल ने कहा कि इस फेस्टिवल का प्रारंभिक उद्देश्य नौजवानों में देशभक्ति की भावना पैदा करना और उनको पंजाब के अमीर सैन्य इतिहास बारे अवगत करवाना है। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह, जो ख़ुद एक सैन्य इतिहासकार हैं, की इस बात पर प्रशंसा की कि वह इतने बड़े प्रोग्राम की सफलता यकीनी बनाने के लिए निजी पहलकदमी कर रहे हैं।
इससे पहले जनरल शेरगिल्ल ने शहीद सैनिकों, जिन्होंने अपना फज़ऱ् निभाते हुए शहादत पाई, के महान बलिदान को सजदा करते हुए ‘चण्डीगढ़ वार मेमोरियल’ में फूल माला चढ़ाई। सैनिक स्कूल कपूरथला के विद्यार्थियों के बैंड की धुनों के दौरान एन.सी.सी. कैडिटों ने उनको ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया। इस अवसर पर जनरल शेरगिल्ल के साथ मेजर जनरल टी.पी.एस. वड़ैच, लैफ्टिनैंट जनरल एन.एस. बराड़ और लैफ्टिनैंट जनरल चितेंदर सिंह उपस्थित थे। जि़क्रयोग्य है कि पंजाब के ‘मिलिट्री लिट्रेचर फेस्टिवल’ (एम.एल.एफ.) का दूसरा संस्करण चण्डीगढ़ में 7 से 9 दिसंबर 2018 तक होगा, जिस दौरान भारतीय सेना के सभ्याचार और सदाचार बारे विलक्षण पहचान करवाने के अलावा सशस्त्र दलों द्वारा दिए गए योगदान के विभिन्न पहलूओं बारे पैनल विचार-विमर्श करवाया जायेगा। एम.एल.एफ. का पहला भाग 2017 में करवाया गया था, जिससे रक्षा और सिविल समुदाय के बीच उत्साह भर गया था। देश के अलग -अलग भागें से आए सैन्य विचारकों, लेखकों, इतिहासकारों, क्यूरेटरों और सुरक्षा विशेषज्ञों द्वारा इस तीन दिवसीय मेले के दौरान खूब रंग जमाए जाएंगे और सेना की बहादुरी के कुछ अनछूहे पक्षों पर रौशनी डाली जायेगी।