मुंबई (हम हिंदुस्तानी)-रसिका दुग्गल को उनकी अगली फिल्म ‘हामिद’ के वर्ल्ड प्रीमियर के बाद काफी अच्छे रिव्यू मिले हैं, जिसे एजाज खान डायरेक्ट कर रहे हैं। यह फिल्म एक ऐसी महिला की दिल को छू लेने वाली कहानी है जिसका पति एक रात गायब हो जाता है, और उसका मासूम बेटा अनाथ हो जाता है। इसके बाद की कहानी में कश्मीर में दो पक्षों के बीच मनमुटाव के साथ-साथ यह दिखाया गया है कि, कैसे ह्यूमैनिटी और लोगों के लिए एक-दूसरे के साथ कनेक्ट होने की जरूरत संघर्ष से परे है।
इस फिल्म और रोल की तैयारी के लिए, रसिका ने कश्मीर के बदरकोट नामक एक छोटे से गांव में काफी समय बिताया। उन्हें वहां एक लोकल फैमिली के साथ रहने का मौका मिला, जहां उन्होंने काफी समय बिताया और अपने रोल को अच्छी तरह निभाने में मदद मिली। वह वहां के लोगों की बोल-चाल, ऐक्सेन्ट और लाइफ़स्टाइल से फैमिलियर हो गई। फिल्म में अपने कैरेक्टर को अच्छी तरह समझने के लिए, वह शूटिंग से पहले 2 हफ्तों तक उस फैमिली के साथ रहीं। अपनों को खोने वाले सैकड़ों परिवारों और महिलाओं ने अपने दुख भरी कहानी रसिका को बताई, और उन्होंने महसूस किया कि यह भावनात्मक रूप से काफी चैलेंजिंग है, और सही मायने में इस बात को समझना एक बड़ी रिस्पांसिबिलिटी है कि घाटी में रहने वाले लोगों को हर दिन किस तरह के हालात का सामना करना पड़ता है।
इस एक्सपीरियंस के बारे में बताते हुए रसिका ने कहा, “मुझे लगा कि मैं हमेशा उन लोगों के दुःख के लिए आउटसाइडर ही रहूंगी, और मेरे ख्याल से मैं कभी उन लोगों के दुख में शामिल नहीं हो सकूंगी। लेकिन मैंने उनके जीवन के एक हिस्से को लोगों तक पहुंचाने के लिए हर संभव कोशिश की है। बदरकोट के प्यारे लोगों के अलावा, जिन्होंने अपने दिलों और घरों के दरवाजे मेरे लिए खोले साथ ही मेरे लिए कई स्वादिष्ट भोजन बनाये, इफ्फथ फातिमा की डॉक्यूमेंट्री तथा वैली में परवीना अहंगर के काम ने मुझे इशरत (फिल्म का कैरेक्टर) और उसकी अनसुलझी दुख भरी कहानी के साथ कनेक्ट होने में मदद की।”