श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने संसद को किया भंग, अगस्त 2020 में होने वाले चुनाव से करीब 20 महीने पहले पांच जनवरी को चुनाव कराने का ऐलान
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने देश में प्रधानमंत्री रानिल रानिल विक्रमसिंघे को बर्खास्त करने के बाद उपजे राजनीतिक और संवैधानिक संकट के बीच कल देश की संसद को भंग करते हुए देश में समय से पहले पांच जनवरी को आम चुनाव कराए जाने का रास्ता साफ कर दिया। गजट नोटिस के अनुसार 19 नवंबर से 26 नवंबर के बीच इस चुनाव के लिए नामांकन पत्र भरे जाएंगे। चुनाव पांच जनवरी को आयोजित होंगे और नए संसद की बैठक 17 जनवरी को बुलाई जाएगी। संसद को भंग करने का कदम राष्ट्रपति के करीबी सहयोगी द्वारा यह बताने के कुछ घंटे बाद उठाया गया है कि श्रीलंका में मौजूदा राजनीतिक एवं संवैधानिक संकट को समाप्त करने के लिए समय से पहले चुनाव या राष्ट्रीय जनमत संग्रह नहीं कराने का सिरिसेना ने फैसला किया है। संसद का सत्र बुधवार को आयोजित होना था जिसमें संसद अध्यक्ष कारू जयसूर्या और अपदस्थ प्रधानमंत्री रॉनिल विक्रमसिंघे के नेतृत्व वाले समूह ने पहले दिन ही बहुमत के फैसले के लिए मतदान कराने की मांग की थी। इससे पहले सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा था कि नई सरकार को 225 सदस्यीय सदन में बहुमत के लिए 113 सदस्यों के समर्थन की आवश्यकता है जिसके लिए कम से कम आठ मत और चाहिए। उन्होंने कहा कि अभी उनके पास 104 या 105 सासंद हैं लेकिन विश्वास व्यक्त किया कि सदन में वे अपना बहुमत साबित कर देंगे।
