कोच्चि – भारतीय नौसेना का प्रशिक्षण जहाज आइएनएस तरंगिनी सात माह लंबी समुद्री यात्रा के बाद मंगलवार को यहां अपने बेस दक्षिणी नौसेना कमांड लौट आया। भव्य समारोह में दक्षिणी नौसेना कमांड के चीफ ऑफ स्टाफ रियर एडमिरल आरजे नादकर्णी ने तरंगिनी का स्वागत किया।
नौसेनी की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि जलयात्रा ‘लोकयान-18’ में तरंगिनी ने 13 देशों के 15 बंदरगाहों का दौरा किया। यह अरब सागर, लाल सागर, स्वेज नहर, भूमध्य सागर, गिब्राल्टर जलडमरूमध्य, उत्तरी अटलांटिक महासागर, बिस्के की खाड़ी, इंग्लिश चैनल व उत्तरी सागर होते हुए नार्वे पहुंचा, जहां से इसे वापस लौटना था। समुद्री यात्रा के दौरान तरंगिनी ने फ्रांस के बोर्डेक्स में आयोजित ‘थ्री फेस्टिवल टाल शिप रेगट्टा’ के समापन समारोह और ‘टाल शिप रेस यूरोप 2018’ में भाग लिया।
नौकायन रेगट्टा में तरंगिनी ने सैकड़ों जहाजों के साथ प्रतिभाग किया, जिनमें करीब 200 उसकी आकार के थे। इसने कई बंदरगाहों पर आयोजित परेड में भी हिस्सा लिया। 11 नवंबर 1997 में कमीशन प्राप्त होने के बाद तरंगिनी अब तक 2.20 लाख नॉटिकल माइल की समुद्री यात्रा कर चुका है।