श्रीलंका में बर्खास्त प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे की पार्टी ने राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना पर लगाया तख्तापलट का आरोप , कई जगहों पर हुआ विरोध प्रदर्शन , प्रदर्शनकारियों ने की रैली ।
श्रीलंका में राजनीतिक संकट बना हुआ है, कोलंबो की सड़कों पर रानिल विक्रमसिंघे को पीएम पद से हटाने के विरोध में हजारों लोगों ने विरोध-प्रदर्शन किया। विक्रमसिंघे की पार्टी ने राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना पर तख्तापलट का आरोप लगाया। लोगों ने राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना से जल्द संसद का सत्र बुलाने की मांग की । इस बीच श्रीलंका की संसद के स्पीकर कारू जयसूर्या ने राष्ट्रपति सिरिसेना से शुक्रवार को संसद का सत्र बुलाने की अपील की है ताकि देश के वर्तमान संकट को हल किया जा सके।
स्पीकर ने कहा कि इसके लिए उनको देश के 125 सांसदों ने पत्र भी लिखा है, वहीं देश के नए प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के प्रवक्ता ने कहा है कि संसद के सत्र को पहले बुलाने का अधिकार सिर्फ राष्ट्रपति के पास है, रानिल विक्रमसिंघे अगर चाहें तो उनको हटाने के मामले को वो अदालत में चुनौती दे सकते हैं । फिलहाल दोनों धड़े संसद में संख्याबल जुटाने में लगे हैं । राष्ट्रपति ने रानिल विक्रमसिंघे को हटाकर और उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर महिंदा राजपक्षे को देश का प्रधानमंत्री बना दिया था ।