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पीएम मोदी का जापान दौरा, जापान से दोस्ती होगी और मजबूत

13वे भारत-जापान वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को होंगे जापान के लिए रवाना। यामानाशी में पीएम मोदी को शिंजो आबे देंगे प्राइवेट डिनर , द्दिपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दो पर होगी बात, इंडो-पेसिफिक, इंटरनेट और बिग डेटा होगा मुख्य एजेंडा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इंडो-जापान समिट में हिस्सा लेने के लिए 2 दिन के दौरे पर जापान जा रहे है, पीएम मोदी 28 और 29 अक्टूबर को जापान में होगें। पिछले साढ़े 4 सालों में ये प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 12वीं मुलाकात होगी। जापान भारत का अहम सामरिक साझेदार है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मंचों पर बढ़ता सहयोग प्रगाड़ होते रिश्तों को दर्शाता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापानी प्रधानमन्त्री शिंजो आबे के बीच पिछले करीब साढे चार सालों में 11 मुलाकातें दोनों के रिश्तों की शानदार कैमिस्ट्री की गवाह है । और रविवार को जब दोनों नेताओं के बीच 12 वीं मुलाकात होगी तो दोनों देश आपसी दोस्ती के पारम्परिक सम्बन्धों को आगे बढ़ाने के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में बहुआयामी सहयोग को मजबूत करेंगे। प्रधानमंत्री  शनिवार को जापान के लिए रवाना होंगे और उऩका 28 और 29 तारीख को व्यस्त कार्यक्रम रहेगा । दोनो देशो के प्रधानमंत्रियों की आपसी दोस्ती की झलक इस यात्रा में देखने को मिलेगी । पीएम की जापान यात्रा यामानाशी इंडस्ट्रियल बेस से शुरू होगी। यहीं पर जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे  पीएम मोदी का स्वागत करेगें और  अपने हॉलीडे होम पर व्यक्तिगत डिनर पर भी ले जायेगें जो इस यात्रा का अहम पहलू होगा।

28 अक्टूबर को दोनों नेता ट्रेन से टोक्यो तक का सफर तय करेगें। 29 तारीख को 13वां  भारत-जापान वार्षिक सम्मेलन होगा । इस दौरान पीएम मोदी की जापान के पीएम के साथ शिष्ट मंडल स्तर की बातचीत होगी तो कई समझौतों पर हस्ताक्षर होने की भी संभावना है। पीएम मोदी भारत जापान बिजनेस फोरम को भी संबोधित करेगें जहां पर दोनो देशों के बडी बडी कंपनियों के सीइओ मौजूद रहेगें।

दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच द्दिपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दो पर बातचीत होगी तो रक्षा और सुरक्षा पर भी विस्तार से चर्चा होगी । साथ ही  दोनों नेता व्यापारिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर भी बात करेंगे । जापान भारत का सामरिक साझेदार है इस लिहाज़ से पीएम मोदी की ये यात्रा काफी अहम हो जाती है ।

भारत में ढांचागत विकास में जापान  महत्वपूर्ण भागीदार है और यात्रा के दौरान  विभिन्न योजनाओं में जापान के वित्तीय और तकनीकी सहयोग पर  बात होगी ।समर्पित माल ढुलाई गलियारा, बुलेट ट्रेन, मेट्रो योजनाएं एजेंडे में शामिल हैं । भारत के पूर्वोत्तर के राज्यों में संपर्क बढ़ाने की योजनाओं में सहयोग और 2017 में बने ‘एक्ट ईस्ट फोरम’ के तहत तमाम योजनाओं पर भी बात होगी । दोनों नेताओं के बीच की बातचीत में व्यापारिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर  चर्चा होगी । इसके अलावा डिजिटल साझेदारी के सहयोग बढ़ाने पर ज़ोर रहेगा ।

भारत-जापान के विश्व शक्तियों से सबंधों पर चर्चा भी दोनों नेताओं के एजेंडे में होगा तो हिंद-प्रशांत महासागर की सुरक्षा स्थिति पर भी विचार विमर्श होगा । दोनों नेता दक्षिण चीन सागर में सुरक्षा स्थिति पर बातचीत करेंगे ।  पीएम मोदी अपनी इस यात्रा के दौरान जापान में मौजूद भारतीय समुदाय के साथ भी संवाद स्थापित करेगें और भारतीय विकास की कहानी को उनके साथ साझा करेगें।  कुल मिलाकर दोनों नेता भारत तथा जापान के बीच विशेष रणनीतिक तथा वैश्विक भागीदारी के ढाँचे के तहत दो दिनों तक चर्चा करेंगे  और रिश्तों को और आगे ले जाने पर बात करेंगे। इस यात्रा से भारत-प्रशान्त क्षेत्र तथा पड़ोसी क्षेत्रों में शान्ति तथा समृद्धि को बढ़ावा देने के भारत तथा जापान के दृष्टिकोण को भी बल मिलेगा।

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