चंडीगढ़ – पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने 3127 करोड़ रुपए के विकास प्रोजेक्टों को जल्द से जल्द लागू करवाने को यकीनी बनाने के लिए राज्य के कजऱ् प्रस्तावों को तेज़ी से मंजूरी दिलाने के लिए एशियन विकास बैंक (ए.डी.बी) के कंट्री डायरैक्टर केनिची योकोयामा से अपील की है । इन प्रोजेक्टों में जालंधर और पटियाला के लिए 24&7 सतही जल सप्लाई प्रणाली समेत राज्य भर में ऐतिहासिक स्मारकों और इमारतों के संरक्षण संबंधी प्रोजैक्ट शामिल हैं । मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने योकोयामा को बताया कि पंजाब को पेय जल की बहुत ज़्यादा कमी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पटियाला, जालंधर, अमृतसर और लुधियाना नाम के चार प्रमुख शहरों में पानी की कमी ज़्यादा है । उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने इन शहरों के लोगों को पेय मानक जल उपलब्ध करवाने के लिए ट्यूबवैल के पानी की सप्लाई की जगह नहरों के पानी की सप्लाई करने के लिए व्यापक योजना तैयार की है। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकाय विभाग ए.डी.बी के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने-माने तकनीकी कंसलटैंटों के साथ विचार-विमर्श के द्वारा जल्दी ही एक ठोस रिपोर्ट तैयार करेगा। इसके बाद विभाग प्रोजैक्ट की बोली के लिए रूप-रेखा तैयार करेगा । राज्य की समृद्ध विरासत के संरक्षण एवं पर्यटन को बढ़ावा देने की महत्ता पर ज़ोर देते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य भर में ऐतिहासिक स्मारकों और इमारतों की बहाली और संरक्षण संबंधी प्रोजैक्ट के लिए फंड दिए जाने की ज़रूरत के लिए ए.डी.बी के कंट्री हैड पर ज़ोर डाला। उन्होंने कहा कि पर्यटन एवं सांस्कृतिक विभाग ने पहले ही इन प्रोजेक्टों को लागू करने के लिए एक कार्य योजना को अंतिम रूप दे दिया है । कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अमृतसर में पंजाब राज्य अजायब घर का समूचा रिकार्ड एक जगह पर रखने के लिए पटियाला और मोहाली के बीच विश्व स्तरीय पंजाब स्टेट आर्काइव्ज एंड लाइब्रेरी विकसित करने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि यह दोनो संस्थाएं राज्य की समृद्ध सामाजिक -सांस्कृतिक इतिहास के संरक्षण करके शोधकत्र्ताओं, अकादमक माहिरों, पुरातत्व विज्ञानिकों और पुरालेख के माहिरों के लिए मददगार होगी । पर्यटन एवं सांस्कृतिक मामलों के विभाग ने ए.डी.बी की टीम को बताया कि पटियाला के विरासती शहर में फिर बहाली और संभाल के प्रोजैक्ट पर 183 करोड़ रुपए, कपूरथला में 125 करोड़ रुपए, मलेरकोटला में 70 करोड़ रुपए, फरीदकोट में 32 करोड़ रुपए, नाभा में 100 करोड़ रुपए, बठिंडा में 40 करोड़ रुपए, दोराहा की मुग़ल सराए की बहाली पर 10 करोड़ रुपए, हरीके पत्तन में इकौ -पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 150 करोड़ रुपए, श्री गुरु रविदास जी और भाई जैता जी के यादचिन्हों के लिए चल रहे प्रोजेक्टों को मुकम्मल करने के लिए 65 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे । इसके अलावा मुद्दकी, फिरोज़शाह और सभराओ में एंग्लो-सिख जंगी यादगार पर 10 करोड़ रुपए, महान शहीदों उधम सिंह, मदन लाल ढींगरा और करतार सिंह सराभा की याद में स्मारकों के निर्माण पर 10 करोड़ रुपए, प्रसिद्ध साहित्यिक शख्सियतों भाई वीर सिंह, शिव कुमार बटालवी और साहिर लुधियानवी के पैतृक घरों के संरक्षण के कार्य के लिए 10 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे । मीटिंग में वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल, स्थानीय निकाय, पर्यटन एवं सांस्कृतिक मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू, मुख्य सचिव करन अवतार सिंह, मुख्य प्रमुख सचिव /मुख्यमंत्री सुरेश कुमार, प्रमुख सचिव वित्त अनिरुद्ध तिवाड़ी, प्रमुख सचिव स्थानीय निकाय ए. वेनू प्रसाद, प्रमुख सचिव /मुख्यमंत्री तेजवीर सिंह, सचिव पर्यटन और सांस्कृतिक मामले विकास प्रताप, डायरैक्टर पर्यटन और सांस्कृतिक मामले एम.एस. जग्गी, प्रोजैक्ट अफ़सर ए.डी.बी विवेक विशाल उपस्थित थे ।
