धर्मशाला, उपायुक्त कांगड़ा संदीप कुमार ने आज यहां ‘‘आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना को प्रभावी तरीके से लागू करने को कहा है।
बैठक के उपरांत संदीप कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में सरकार की और से 5 लाख रुपये तक की चिकित्सा बीमा सुरक्षा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि यह एक कैशलेस सुविधा है तथा अस्पताल में भर्ती होने पर मरीज को इलाज के लिए कोई भी भुगतान कैश में नहीं करना पड़ेगा। उनके इलाज पर होने वाले पांच लाख रुपये तक का खर्च सरकार उठाएगी। इस योजना के लाभार्थी देश में कहीं भी पैनल में शामिल किसी भी प्राईवेट या सरकारी अस्पताल में इलाज करवा सकेंगे। उन्होंने कहा कि यह योजना ‘‘आयुष्मान भारत’’ के तहत लाई गई है।
इस मौके उपायुक्त ने कहा कि हिमाचल प्रदेश सार्वभौमिक स्वास्थ्य संरक्षण योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इस योजना के तहत 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों, एकल नारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं/सहायक, मिडडे मिल कार्यकर्ताओं, अंशकालीन कामगारों, दिहाड़ीदारों, अनुबन्ध कर्मियों तथा 20 प्रतिशत से अधिक अक्षमता वाले व्यक्तियों को योजना के तहत लाया जा रहा है तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के अनुरूप ही निःशुल्क उपचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा यूनीवर्सल हैल्थ प्रोटेक्शन योजना आंरभ की गई है जिसके तहत लाभार्थी परिवार को एक साल के लिए एक रूपया प्रतिदिन यानि 365 रुपये जमा करवाने होंगे। योजना के तहत आम बीमारियों के लिए 30 हजार रुपये तथा गंभीर बीमारियों के लिए 1.75 लाख रुपये तथा कैंसर उपचार के लिए इसकी सीमा 2.25 लाख रुपये सालाना है।
इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.एस.राणा ने बैठक का संचालन किया तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाई गई विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश गुलेरी, अधिशाषी अभियन्ता सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग विकास बख्शी सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
