राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस के आरोपों को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने किया सिरे से खारिज। कहा, गलत सूचनाओं के आधार पर कांग्रेस और राहुल गांधी चला रहे हैं फर्जी अभियान। कहा, दो सरकारों के बीच हुए सौदे पर शक कर कांग्रेस कर रही है राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़। वित्त मंत्री ने राफेल सौदे पर कांग्रेस से पूछे 15 सवाल। राफेल विमान सौदे पर संसद और संसद के बाहर कांग्रेस जो दावे कर रही है, उसका तथ्यों के साथ जवाब केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने दिया है। अरुण जेटली ने राफेल विमान सौदे के बारे में कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है। जेटली ने कहा कि विपक्षी पार्टी और उसके नेता राहुल गांधी फर्जी अभियान चलाकर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ कर रहे हैं। राफेल सौदे को लेकर कांग्रेस की ओर से लगाए जा रहे आरोपों पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने करारा जवाब दिया है। एक समाचार एजेंसी को दिये इंटरव्यू में अरुण जेटली ने इस मसले पर तथ्यों के जरिए न केवल विपक्ष के एक-एक आरोपों का जवाब दिया है बल्कि ये भी कहा है कि कांग्रेस और उसके नेता राहुल गांधी फर्जी अभियान चलाकर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ गंभीर खिलवाड़ कर रहे हैं। जेटली ने कहा कि कांग्रेस ने राफेल की कीमत पर जो भी तथ्य सामने रखे हैं, वह सभी गलत हैं. । खुद राहुल गांधी अपने अलग अलग बयानों में राफेल सौदे की 7 अलग अलग कीमतें बता चुके हैं।
वित्त मंत्री ने साफ कहा कि यूपीए सरकार ने देश की सुरक्षा के साथ समझौता किया था । राफेल सौदे पर लगाए जा रहे आरोपों को जेटली ने प्राइमरी स्कूल के बच्चों की बहस करार देते हुए कहा कि राहुल गांधी को राफेल को लेकर कोई समझ नहीं है। अरुण जेटली ने आगे कहा कि 2015 से 2016 के बीच सौदे पर कई चरणों में बातचीत हुई और 2016 में इस पर अंतिम मुहर लगी । मुद्रा की कीमतों में उतार चढ़ाव की वजह से सौदे की कीमत में बदलाव हुआ और राफेल विमानों की कीमत बेसिक प्राइस से 9 फीसद कम हुई। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी से इस प्रकार की उम्मीद की जाती है कि कोई भी आरोप लगाने से पहले वह तथ्यों की जांच करें । वित्त मंत्री ने कहा कि कांग्रेस जनता को हर समय बेवकूफ नहीं बना सकती है। उन्होंने कहा कि यह दो सरकारों के बीच हुआ सौदा है और इसमें प्राइवेट कंपनी या संस्था का कोई दखल नहीं । राहुल गांधी पर सीधा हमला करते हुए जेटली ने कहा कि उन्होंने फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रॉन के कथन को गलत तरीके से पेश करने की सीमा भी पार कर दी जबकि फ्रांसीसी सरकार ने इसे इनकार कर दिया है और भारत सरकार ने भी संसद में गोपनीयता से जुड़े तथ्यों की जानकारी दी और इसके बाद राहुल गांधी कहते हैं कि “होगा पर मैं नहीं मानता । गौरतलब है कि संसद में राहुल के बयान के बाद फ्रांस सरकार ने बयान जारी कर राहुल की बातों को खारिज कर दिया था। कुल मिलाकर अरुण जेटली ने जिस तरह से विपक्ष के आरोपों का तथ्यों के आधार पर जवाब दिया है उससे विपक्ष के आरोपों की हवा निकलती दिख रही है।