वाशिंगटन अमेरिकी राष्ट्रपति अक्सर अपने ट्वीट और बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है। राष्ट्रपति ट्रंप इस बार गूगल से अपनी नाराजगी के कारण चर्चा में हैं। खबर है कि वो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकते हैं और इसका कारण उनकी गलत छवि बनाने का आरोप है।उन्होंने इस मामले में गूगल को आड़े हाथों भी लिया है और कहा कि जब से राष्ट्रपति पद संभाला है, तब से मीडिया मेरे खिलाफ हमेशा खबरें चलाता रहता है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि गूगल भी मेरे खिलाफ नकारात्मक खबरें सर्च होने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। अमेरिकी वेबसाइट यूएसए टूडे के मुताबिक अगर गूगल पर इडियट ढूंढते हैं तो सबसे पहले डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर सामने आती है। इसके चलते पहले से ही काफी बवाल हो चुका है।अपने ट्विटर पोस्ट में ट्रंप ने लिखा, ट्रंप लिखने पर गूगल सर्च रिजल्ट में सिर्फ मेरे खिलाफ नकारात्मक खबरें दिखती हैं। यह फेक न्यू मीडिया है। दूसरे शब्दों में कंपनी मेरे और अन्य लोगों के खिलाफ हेराफेरी कर रही है, जिसमें अधिकांश खबरें नकारात्मक हैं। इनमें नकली सीएनएन सबसे अहम है। रिपब्लिकन/ कंजरवेटिव और निष्पक्ष मीडिया सब खत्म हो चुके हैं। ये सब अवैध हैं?एक अन्य ट्वीट में ट्रंप आगे कहते हैं, 96 प्रतिशत से भी अधिक ट्रंप न्यूज के सर्च रिजल्ट राष्ट्रीय वामपंथी मीडिया की तरफ से हैं, जो काफी खतरनाक हैं। गूगल और अन्य कंपनियां कंजरवेटिव की आवाज दबा रहे हैं और सूचनाओं और खबरों को छिपा रहे हैं।ट्रंप के मीडिया और गूगल पर दिए इस बयान की सोशल मीडिया पर आलोचना भी हो रही है। अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थकों ने राष्ट्रपति की आलोचना करते हुए कहा कि गूगल सर्च इंजन बहुत सी और चीजों पर भी निर्भर करता है, जिनमें आपकी ब्राउजिंग हिस्ट्री भी शामिल है।