फिरोज़पुर/चंडीगढ़,
केंद्रीय रक्षा मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण के हुसैनीवाला के दौरे के दौरान पंजाब के खेल और युवा मामलों के मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी ने सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों की मुश्किलों के हल के लिए माँग पत्र सौंपा। इस संबंधी जानकारी देते हुए राणा सोढी ने बताया कि उन्होंने केंद्रीय रक्षा मंत्री को सौंपे माँग पत्र में माँग की कि पाकिस्तान के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास के कटीली तार के दूसरी तरफ के किसानों की मुआवजा राशि बढ़ा कर 20 हज़ार रुपए की जाये। इसके अलावा जिन किसानों को अपनी फ़सल उगाने के लिए डीज़ल जलाना पड़ता है, उनको बिजली के कनैक्शन देने के लिए सेना द्वारा ‘इतराज़हीनता सर्टिफिकेट’ जारी किये जाएँ। इसके अलावा कटीली तार के पार काश्त करते गरीब किसानों को ज़मीनों के मालीकाना हक दिए जाएँ। राणा सोढी ने कहा कि उन्होंने कैंट क्षेत्र संबंधी भी लोगों की मुश्किलों संबंधी रक्षा मंत्री को अवगत करवाया। कैंट क्षेत्र की जो भी पुरानी इमारतें ख़स्ता हालत में हैं, उनकी मुरम्मत की इजाज़त दी जाये। कैंट क्षेत्र के बीच की जायदादों की मालकी तबदीली करने की इजाज़त दी जाये जिससे लोग हाऊस लोन जैसे लाभ हासिल कर सकें। ब्रिटिश समय के उस पुराने कानून को ख़त्म किया जाये जिसके अंतर्गत एक विदेशी तो जायदाद खरीद सकता था परन्तु किसी भारतीय व्यक्ति को जायदाद की कीमत पाँच हज़ार रुपए से अधिक होने की सूरत में खरीद संबंधी इजाज़त लेनी पड़ती थी। कैंटोनमैंट एक्ट 2006 में संशोधन किया जाये जिससे सिवल क्षेत्र में सेना की कोई दखलअन्दाज़ी न हो। जिन जायदादों की लीज़ ख़त्म हो चुकी है, उसे रिन्यू किया जाये और इन जायदादों को फ्रीहोल्ड घोषित करने संबंधी नीति बनाई जाये। भू-नीति बनाते समय जन प्रतिनिधियों की भागीदारी भी यकीनी बनाई जाये। राणा सोढी ने बताया कि उनकी तरफ से उठाई गई माँगों पर रक्षा मंत्री ने हां-पक्षीय स्वीकृति दी। रक्षा मंत्री ने जहाँ बिजली के कनैक्शन के लिए ‘एतराज़हीनता सर्टिफिकेट’ जारी करने की सैद्धांतिक सहमति दी वहीं बाकी माँगों पर भी विचार करने का भरोसा दिया।
