19 दस्तावेज़ और 23 सवालों के जवाब किये अपलोड – विन्नी महाजन
चंडीगढ़ – पंजाब के राजस्व मंत्री श्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने बताया कि तहसीलों में ज़मीन-जायदाद की रजिस्ट्री के लिए आम लोगों के प्रयोग में आने वाले 19 दस्तावेज़ों को ऑनलाईन कर दिया गया है। ये दस्तावेज़ विभाग की वैबसाईट से बिल्कुल मुफ़्त और आसानी से डाऊनलोड किये जा सकते हैं। इन दस्तावेज़ों में ज़रूरत मुताबिक संशोधन भी किया जा सकता है। इसके अलावा सब-रजिस्ट्रार (तहसीलदार) के दफ्तरों में काम करवाने के लिए जाने वाले लोगों के ज़हन में जो सवाल होते हैं, ऐसे 23 सवालों के जवाब भी वैबसाईट पर अपलोड कर दिए गए हैं जिससे लोगों को किसी प्रकार की कोई मुश्किल न आए और वह अपना काम आसानी से करवा सकें।
श्री सरकारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार लोगों को पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने के लिए वचनबद्ध है। इसलिए वे सभी सहूलतें ऑनलाईन की जा रही हैं जिनके कारणलोगों को कई बार काफ़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ता था और समय भी खऱाब होता था। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग का अत्याधुनिकीकरण करना उनकी प्राथमिकता है जिससे लोगों को साफ़-सुथरी और कठिनाई रहित सुविधाएं प्रदान की जा सकें।
अतिरिक्त मुख्य सचिव-कम-वित्त कमिश्नर राजस्व श्रीमती विन्नी महाजन ने बताया कि लोगों की तरफ से रजिस्ट्री से सम्बन्धित जो दस्तावेज़ सब-रजिस्ट्रार दफ्तरों में तस्दीक करवाने के लिए पेश किये जाते हैं, वे डीड राईटरों (इकरार नवीसों) या वकीलों के पास से लिखवाए जाते हैं। ऐसे 19 दस्तावेज़ अब विभाग की वैबसाईट www.revenue.punjab. gov.in पर डाल दिए गए हंै। उपभोगता वैबसाईट से इन दस्तावेज़ों को मुफ़्त डाउनलोड कर सकता है और इनको स्वयं भर सकता है। इससे लोगों की इकरार नवीसों पर निर्भरता घटेगी और उनका खर्चा भी घटेगा।
ऑनलाईन किये इन दस्तावेज़ों में बिक्री नामा/बै नामा, मुख्तियार नामा आम, गहणे नामा बिला कब्ज़ा, फ्लोर वाईज़/फ़्लैट की रजिस्ट्री, मनसूखी वसीयत नामा, मनसूखी मुख्तार नामा आम, हिबा/दान पात्र नामा, गहणे/रहण नामा कब्ज़ा, इकरार नामा, तक्सीम नामा, संशोधन रजिस्ट्री नामा, वसीयत नामा, बिक्री नामा गहणे अधीन/बै बकायदगी रहण, बिक्री नामा (गहणे के ह$क), तबादला नामा, पट्टा/किराया/रेंट नामा और गोद नामा प्रमुख हैं।
उन्होंने आगे बताया कि इसके अलावा आम लोगों की सहूलतों के लिए ऐसे 23 सवालों के जवाब भी वैबसाईट पर डाल दिए गए हैं जो रजिस्ट्री के समय लोगों के दिमाग़ में होते हैं जैसे कि सब-रजिस्ट्रार दफ़्तर में जाने पर वह अपना क्या-क्या काम करवा सकते हैं, कितनी फीस है, फीस जमा कैसे करवानी है, तस्दीक के लिए किस व्यक्ति और किस काम के लिए कौन से दस्तावेज़ों की ज़रूरत होती है। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग आम लोगों की सुविधा और सरलीकरण के लिए कई तरह के सुधार कर रहा है और विभाग को समय का साथी बनाने के लिए कम्प्यूट्रीकृत किया जा रहा है।