चंडीगढ़,
पंजाब के शिक्षा मंत्री श्री ओम प्रकाश सोनी ने कहा कि पंजाब सरकार सीमावर्ती क्षेत्र में शिक्षा तंत्र को मज़बूत करने की दिशा में तेज़ी से काम कर रही है, जिसके सार्थक निष्कर्ष भी सामने आ रहे हैं। श्री सोनी ने कहा कि पिछली सरकार के समय सीमावर्ती क्षेत्र के बच्चों के भविष्य को बिल्कुल नजरअंदाज कर दिया गया था और सीमावर्ती क्षेत्र में अध्यापकों की संख्या बहुत कम की गई थी, जिस कारण इस क्षेत्र के बच्चों के परिणाम बुरे आए, जिससे पंजाब की तरक्की में रुकावट पड़ी। उन्होंने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने यह लक्ष्य निश्चित किया है कि राज्य के सभी विद्यार्थियों को मानक शिक्षा देनी और साथ ही अच्छा बुनियादी ढांचा देना है जिससे हर क्षेत्र का विद्यार्थी मुकाबलों के इस दौर में समय का साथी बनकर शिक्षा प्राप्त कर सके। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के यतनों स्वरूप सीमावर्ती क्षेत्र में आते जिलों में हाल ही में प्राथमिक कक्षा के 2282 अध्यापकों को तरक्की देकर बतौर मास्टर तरक्की देने के बाद तैनात किया गया है, जिस कारण अब इस क्षेत्र में पंजाबी के 85 प्रतिशत, गणित के 82 प्रतिशत और विज्ञान के 74 प्रतिशत पद भरे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि पंंजाब के स्कूलों में 100 प्रतिशत अध्यापक मुहैया करवाने के लिए सरकार काम रही है। श्री सोनी ने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्र के लिए अध्यापकों का अलग कैडर कायम करने संबंधी प्रक्रिया चल रही है।