तीन दिवसीय पुनश्चर्या कार्यक्रम सम्पन्न
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण सोलन द्वारा सोलन, किन्नौर, शिमला तथा सिरमौर जिलों के प्रशिक्षित मध्यस्थतों के लिए आयोजित तीन दिवसीय पुनश्चर्या कार्यक्रम आज यहां सम्पन्न हो गया। कार्यक्रम सर्वोच्च न्यायालय की मध्यस्थता और समझौता परियोजना समिति एवं हिमाचल प्रदेश विधिक सेवाएं प्राधिकरण के तत्वावधान में आयोजित किया गया।
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सोलन मोहित बंसल ने कार्यक्रम के समापन समारोह को संबोधित करते हुए सोलन, किन्नौर, शिमला तथा सिरमौर जिलों के प्रशिक्षित मध्यस्थतों से आग्रह किया कि वे प्राप्त की गई जानकारी को अमल में लाएं। उन्होंने कहा कि विभिन्न लम्बित मामलों को सुलझाने में मध्यस्थ विशेष भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मध्यस्थ न केवल वादी के समय एवं धन की बचत करते हैं अपितु वर्षों से लम्बित मामलों को सुलझाकर आपसी सौहार्द बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
मोहित बंसल ने कहा कि जिला न्यायालय सोलन में मध्यस्थता के लिए दिवस निर्धारित किए गए हैं तथा यह सुनिश्चित बनाया जाता है कि आपसी तौर पर सुलझाए जा सकने वाले मामले मध्यस्थता से सुलझें। उन्होंने कहा कि भारतीय न्याय व्यवस्था मध्यस्थों की सहायता से मामले सुलझाने की दिशा में संवेदनशील है। उन्होंने आशा जताई कि तीन दिवसीय पुनश्चर्या कार्यक्रम मध्यस्थों के कौशल उन्नयन तथा समस्याओं को सुलझाने में सहायक सिद्ध रहेगा।
हरियाणा के सिरसा से आईं मध्यस्थ प्रशिक्षक बलबीर कौर गांधी ने इस अवसर पर मध्यस्थता के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने मध्यस्थों से आग्रह किया कि वे वादियों से नियमित एवं प्रभावी सम्पर्क बनाएं ताकि मामले का त्वरित एवं मान्य निपटारा हो सके।
उत्तराखंड से मध्यस्थत प्रशिक्षक चंद्रमोहन बर्थवाल ने मध्यस्थों से आग्रह किया कि वे न केवल वादी-प्रतिवादी की पूरी बात सुनें बल्कि मामले की पूर्ण जानकारी भी प्राप्त करें।
कार्यक्रम में मध्यस्थों ने इस कार्य में आ रही कठिनाईयों की विस्तार से जानकारी दी।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश सोलन भूपेश शर्मा, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश सोलन पवन जीत सिंह, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सोलन सचिन रघु, मध्यस्थता एवं समझौता परियोजना समिति के पर्यवेक्षक वीरेंद्र कुमार बंसल मोबाइल ट्रैफिक मैजिस्ट्रेट सोलन गौरव कुमार, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी प्रतिभा नेगी, न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी अनुज बहल, हरियाणा के रोहतक से मध्यस्थ प्रशिक्षक ललित कौशिक, उत्तराखंड से मध्यस्थत प्रशिक्षक चंद्र मोहन बर्थवाल, नगर परिषद सोलन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता देवेन्द्र ठाकुर एवं सोलन, सिरमौर, किन्नौर तथा शिमला से आए मध्यस्थ कार्यशाला में उपस्थित थे।