कार्गिल विजय दिवस के अवसर ऊना में आयोजित कार्यक्रम में बोले ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री
ऊना, ग्रामीण विकास, पंचायतीराज, पशु तथा मत्स्य पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश की जय राम ठाकुर सरकार ने सेना के जवानों की तरह मातृ भूमि की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले अर्धसैनिक बलों के परिजनों को भी सरकारी नौकरी प्रदान करने का अहम निर्णय लिया है। साथ ही कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रतिवर्ष कार्गिल विजय दिवस को सरकारी स्तर पर भी मनाने का एक अहम फैसला लिया है। वीरेंद्र कंवर आज ऊना में जिला प्रशासन, हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक सेवा परिषद, पूर्व सैनिक लीग, पूर्व नौसेवा व वायु सेना संघ द्वारा संयुक्त रूप से कार्गिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। उन्होने कहा कि समाज तभी जिंदा है जब उसके सैनिकों ने शहादत दी हो। देश की सुरक्षा करते हुए शहादत पाने वाले ऐसे वीर सैनिकों की याद में जगह-जगह स्मारक बने तथा इनका पूरा मान सम्मान हो इसके लिए भाजपा एवं अन्य सबद्ध संगठनों ने एक ईंट शहीदों के नाम शुरू की है। उन्होने कहा कि इस तरह के शहीद स्मारक जहां वीर सैनिकों के प्रति समाज की एक सच्ची श्रद्धांजलि है तो वहीं समाज को देश के प्रति समर्पण व त्याग की भावना के साथ कार्य करने के लिए प्रेरित भी करते हैं।
वीरेंद्र कंवर ने कहा कि दुनिया के सबसे कठिन युद्धों में से एक रहे कार्गिल युद्ध में हमारे वीर सैनिकों ने विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए विजयी पताका फहराई। उन्होने कहा कि जिस शौर्य व अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश के जवानों ने अपना जीवन न्यौछावर कर कार्गिल युद्ध को जीता है, इसके लिए पूरा देश उन्हे नमन करता है। उन्होने ऊना में विभिन्न पूर्व सैनिक संगठनों द्वारा शहीद स्मारक स्थापित करने के प्रयासों को भी सराहा तथा कहा कि इस तरह के शहीद स्मारकों को बेहतर रखरखाव हो इसके लिए भी प्रदेश सरकार प्रयासरत है। उन्होने कहा कि देश के वीर सैनिकों को पूरा मान सम्मान मिले इसके लिए जहां अटल बिहारी वाजपेयी सरकार ने कई अहम फैसले लिए तो वहीं मोदी सरकार ने कई वर्षों से लंबित पडी एक रैंक एक पैंशन की मांग को भी लागू किया है जिससे देश के लाखों पूर्व सैनिक लाभान्वित हुए हैं। उन्होने पूर्व सैनिकों की मांग पर कहा कि उन्हे अपना कार्यक्रम करवाने के लिए एक बडा स्थान मिले इसके लिए सैनिक विश्राम गृह ऊना की छत के ऊपर एक बडा हाल निर्मित करने के लिए सरकार की ओर से हरसंभव आर्थिक मदद दी जाएगी।
इस अवसर पर बोलते हुए उपायुक्त ऊना राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि जिला में प्रशासन द्वारा सेवारत व पूर्व सैनिकों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाता है। उन्होने कहा कि जो भी सैनिक व पूर्व सैनिक अपनी समस्या को लेकर उनसे मिलने आता है उनकी समस्याओं को न केवल सुना जाता है बल्कि यथासंभव हल भी किया जाता है। उन्होने कहा कि सैनिक अपनी समस्याओं को व्हाट्सऐप के माध्यम से भी उनके ध्यान में ला सकते हैं तथा समस्या को हल किया जाएगा।
उन्होने कहा कि वह स्वयं भी एक सैनिक के बेटे हैं तथा सैनिकों के परिवारों को युद्ध जैसी स्थिति में किन-किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है उस बारे वे भलीभांति परिचित हैं। उन्होने कहा कि आज पूरा देश 19वां कारगिल विजय दिवस मना रहा है। जिस शौर्य, अदम्य साहस के साथ देश के सैनिकों ने 16 से 18 हजार फीट की ऊंचाई पर कार्गिल युद्ध हो जीता वह अकल्पनीय व अभूतपर्व है। उन्होने पूर्व सैनिकों की मांग पर बैठक के लिए एक बडा कक्ष पर कहा कि जिला मुख्यालय में प्रस्तावित नए मिनी सचिवालय परिसर में इसका प्रावधान किया गया है तथा पूर्व सैनिकों को इसकी सुविधा निशुल्क मिले इसकी पूरी व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा उनके ध्यान में कोई उचित सरकारी जमीन है तो उसे भी हस्तांतरित करने में जिला प्रशासन पूरी मदद करेगा।इससे पहले कैबिनेट मंत्री वीरेंद्र कंवर, उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति, पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा सहित पूर्व सैनिकों ने शहीद स्मारक पर रीत अर्पित कर वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक सेवा परिषद़ के प्रदेशाध्यक्ष यशपाल ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया तथा कार्गिल युद्ध पर प्रकाश डाला। पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष कैप्टन शक्ति चंद ने भी अपने विचार रखे। इससे पहले उपायुक्त ने उपस्थित लोगों को कार्गिल विजयी दिवस के अवसर पर प्रतिज्ञा की शपथ भी दिलाई। इस मौके पर वीर सैनिकों व वीर नारियों को मुख्यातिथि द्वारा शॉल, टोपी व स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया गया। जिनमें शहीद कैप्टन अमोल कालिया के पिता सतपाल कालिया, शहीद सिपाही मनोहर लाल के भाई यशपाल सिंह तथा वीरचक्र से सम्मानित हवलदार वेद प्रकाश शामिल है। इसी बीच शहीद ग्रिनेडियर देश राज, हवलदार देश राज, नायब सूबेदार प्रवीण सिंह, दर्शन सिंह, दफेदार दिवान सिंह, लांस नायक गुरवचन सिंह तथा सुखराम के परिजनों को भी शॉल, टोपी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर हिमोत्कर्ष कन्या महाविद्यालय की छात्राओं व अध्यापकों ने देश भक्ति से ओतप्रोत गीत भी प्रस्तुत किए। इस अवसर पर उपायुक्त राकेश कुमार प्रजापति के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिवाकर शर्मा, एसडीएम विनय मोदी, सहायक आयुक्त एसके पाराशर, उपनिदेशक सैनिक कल्याण मेजर रघबीर सिंह, शहीद कैप्टन अमोल कालिय के पिता सतपाल कालिया, हिमाचल प्रदेश पूर्व सैनिक सेवा परिषद के अध्यक्ष ठाकुर यशपाल, पूर्व सैनिक लीग के अध्यक्ष कैप्टन शक्ति चंद, हिमोत्कर्ष संस्था के प्रदेशाध्यक्ष कंवर हरि सिंह, ओपी शर्मा, हरीश शर्मा, बलदेव डोगरा, यशपाल राणा, तरसेम लाल, डॉ0 एसके चावला सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।