प्रशासन व्हाटस्प ग्रुप के माध्यम से भी लारवा केे तथ्यों को जुटाएगा
उपमंडल स्तर पर भी डेंगू नियंत्रण पर कार्य करेगी टास्क फोर्स
बिलासपुर- उपायुक्त ने कहा कि जिला में डेंगू पर नियंत्रण पाने के लिए जनसहभागिता आवश्यक है ताकि इस बीमारी से लड़कर इसकी रोकथाम कर लोगों के बहुमुल्य जीवन को बचाया जा सके।जिला में 29 जुलाई के उपरांत किसी भी घर, दुकान, कबाड़ियों, होटल, ढाबा, सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थानों तथा आस पास के परिसर में डेंगू का लारवा पाए जाने की स्थिति में सम्बन्धित मालिक को अधिनियम के तहत दंडित करके जुर्माना किया जाएगा। उपायुक्त विवेक भाटिया मंगलवार को जिला परिषद भवन में डेंगू रोग पर नियंत्रंण करने के लिए आयोजित विशेष बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मानसून का आगमन हो चुका है इसलिए डेंगू, जलजनित रोग व अन्य बीमारियों पर नियंत्रण करने के लिए कारगर पग उठाना अति आवश्यक हो गया है।
उन्होंने कहा कि डेंगू के नियंत्रण के लिए अब प्रशासन व्हाटस्प ग्रुप के माध्यम से भी लारवा के पनपने के तथ्यों को जुटाएगा ताकि जहां पर भी लारवा पाया जाता है उसे नष्ट करने के लिए त्वरित कार्यवाई की जा सके। उन्होंने कहा कि डेंगू के नियंत्रण के लिए स्वेच्छा से कार्य करने वाले स्वयं सेवियों की सेवाएं ली जाएंगीे जो वार्डाें के साथ-साथ गली और मुहल्लों में भी स्वच्छता के बारे लोगों को जागरूक करेंगे तथा डेंगू रोग के मच्छरों के पनपनें के संभावित स्थलों का निरीक्षण करके नोडल अधिकारी को रिपोर्ट देंगे। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार शहर के साथ लगती पंचायतों में भी डेंगू के नियंत्रण के लिए आशा वर्कर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, पंचायत सचिव, बार्ड सदस्य और स्वयं सेवी एकजुट होकर कार्य करेंगे।
उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति डेंगू रोग की चपेट में आकर अब पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुके हैं वे व्यक्ति भी इस जागरूकता अभियान में अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करेंगे तथा लोगों बताएंगे कि बचाव व परहेज ही डेंगू रोग के बचने का एकमात्र ईलाज है। उन्होंने समस्त एसडीएम को निर्देश दिए कि वे भी अपने-अपने क्षेत्राधिकार में डेंगू नियंत्रण के लिए खंड स्वास्थ्य अधिकारियों के संयुक्त तत्वावधान में टास्क फोर्स का गठन करें ताकि ग्रामीण स्तर पर भी लोगों को जागरूक किया जा सके। उन्होंने बताया कि डेंगू रोग की रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयासों की विजीलैंस कमेटी समीक्षा करेगी तथा आईपीएच, लोक निर्माण, नगर परिषद की संयुक्त स्वच्छता टीम विभिन्न वार्डों की सफाई व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए कार्य करेगी तथा लोगांे को स्वच्छ रहने के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने समस्त विभागों व शिक्षा संस्थानों को दिशा निर्देश देते हुए कहा कि वह अपने-अपने संस्थान में नोडल अधिकारियों की नियुक्ति सुनिश्चित बनाए जो संस्थान के परिसर की साफ-सफाई के संदर्भ में आवश्यक कदम उठाए।
उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता वाहन के माध्यम से लोगों को स्वच्छता के लिए सचेत किया जाएगा तथा लोगों को डेंगू से बचने के लिए उपाय सुझाए जाएंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 वी.के चैधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि स्वच्छता, जागरूकता और परहेज ही डेंगू रोग का सबसे बेहतर ईलाज है। उन्होंने बताया कि डेंगू के बचाव के लिए घर के अंदर और आस-पास पानी जमा न होने दे और किसी भी वर्तन में खुले में पानी रखें। उन्होंने बताया कि यदि किसी बर्तन, ड्रम या बाल्टी में पानी जमा कर रखते है तो उसे पूर्णतय ढक के रखे। उन्होंने बताया कि घर में कीट नाशक का छिडकाव करें और हर व्यक्ति ओडोमोस या गुड नाइट स्प्रे इत्यादि और शरीर को पूरे वस्त्र से ढक कर रखें। उन्होंने कहा कि घर में कूलर में पानी जमा न होने दें और कूलर का पानी नियमित रूप से रोज़ बदले। उन्होंने कहा कि गड्डो में, गमले में या नालियों में पानी जमा न होने दो अगर उसमें पानी है तो उसे साफ करना सुनिश्चित करें।
सी.एम.ओ ने बताया कि विभाग द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है और शहर के डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में फोगिंग और स्प्रे किया जा रहा है। उन्होंने भी लोगों से आहवान किया कि वह अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करें ताकि डेंगू के मच्छर को पूर्णतय नष्ट करके डेंगू रोग से निजात पाई जा सके।
इस अवसर पर एनसीडीसी दिल्ली के विशेषज्ञ डाॅ राजेश गुप्ता, डाॅ एसएस कादरी के अतिरिक्त नगर परिषद पार्षद, शहर के साथ लगती पंचायतों के प्रधान, जिला परिषद सदस्य व विभिन्न विभागों के सम्बन्धित अधिकारियों व स्वयं सेवी संस्थाओं के सदस्यों ने भी चर्चा में भाग लेकर डेंगू के बचाव के लिए महत्वपूर्ण सुझाव रखें। इस मौके पर एडीएम विनय कुमार, प्रोवेशनर आईएएस सौम्या झा, एसडीएम प्रियंका वर्मा, सहायक आयुक्त चेतना खंडवाल, सिद्धार्थ आचार्य, पीओ डीआरडीए संजीत सिंह, एमओएच डाॅ परविन्द्र शर्मा, जिला परिषद अध्यक्ष अमरजीत सिंह बंगा, नगर परिषद अध्यक्षा सोमा देवी के अतिरिक्त सम्बन्धित पंचायतों के प्रधान उपस्थित रहे।
