राफेल सौदे को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया। राहुल गांधी पर देश और संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया। यूपीए के रक्षा मंत्रियों ने भी सदन में सौदे को गोपनीय बताया था…भाजपा ने कहा, विदेश नीति और सुरक्षा से जुडे मसलों पर राहुल ने होमवर्क नहीं किया। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राफेल सौदे के बारे में कांग्रेस पार्टी के आरोपों को खारिज कर दिया है। प्रसाद ने कहा कि राफेल सौदा संवेदनशील है और इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती। बीजेपी के मुताबिक राहुल गांधी ने इस मामले में फ्रांस को भी घसीट लिया जबकि फ्रांस सरकार ने उनके दावों को खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के रक्षा मंत्री के तौर पर ए के एंटनी और प्रणब मुखर्जी ने सदन में 6 बार कहा कि सुरक्षा के चलते वो इस डील के बारे में जानकारी नहीं दे सकते। राफेल फाइटर प्लेन सौदे को लेकर केंद्र को घेरने में जुटी कांग्रेस चौतरफा घिरने के बाद भी हार मानने को तैयार नहीं है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आरोपों को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने खारिज कर दिया था और खुद पीएम मोदी ने भी साफ कर दिया था कि डील पूरी तरह पारदर्शी हुई है। सोमवार को कांग्रेस ने एक बार प्रेस कांफ्रेस करके आरोप लगाया कि सरकार ने इस मामले में संसद को गुमराह किया है। कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेस के आरोपों के बाद बीजेपी ने भी पलटवार किया और कहा कि राहुल गांधी ने इस मामले में सदन को मिसलीड किया है । रविशंकर प्रसाद ने साफ कहा कि ये सौदा संवेदनशील है और इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती । बीजेपी के मुताबिक राहुल गांधी ने इस मामले में फ्रांस को भी घसीट लिया जबकि फ्रांस सरकार ने उनके दावों को खारिज कर दिया है । उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार के रक्षा मंत्री के तौर पर ए के एंटनी और प्रणब मुखर्जी ने सदन में 6 बार कहा कि सुरक्षा के चलते वो इस डील के बारे में जानकारी नहीं दे सकते । कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर सीधा हमला करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि वो होमवर्क नहीं करते और विदेश नीति , सुरक्षा , सामरिक नीति पर खिलवाड कर रहे हैं । गौरतलब है कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राफेल सोदे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान के बाद फ्रांस ने बयान जारी कर उऩकी कहीबात को खारिज करते हुए सौदे की गोपनीयता पर मुहर लगा दी। इसके बाद भी कांग्रेस सौदे को लेकर ऐसे संवेदनशील मसले पर सियासत कर रही है ।
