पाकिस्तान के कई सांसदों ने प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की मंजूरी दिए जाने को लेकर चिंता जताई है। इन सांसदों का मानना है कि अगर प्रतिबंधित संगठन से जुड़े लोग चुनाव जीतते हैं तो ऐसे में संसद में आतंकवादियों का जमावड़ा हो जाएगा। पीएमएल-एन के सीनेट सदस्य परवेज राशिद, पीपीपी की प्रमुख सदस्य शेरी रहमान ने आगाह किया कि ऐसे उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने की अनुमति देने से वे मुख्य धारा में आ जाएंगे। अमेरिकी ने भी इन उम्मीदवारों को लेकर चिंता जताई है। अमेरिका ने पाकिस्तान सरकार को इस पर कार्रवाई करने को कहा है। पाकिस्तान में 25 जुलाई को चुनाव होने हैं। इन चुनावों में सुरक्षा एजेंसियों और प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के प्रत्याशियों के बीच रिश्तों को लेकर खबरें आ रही हैं।